ओवैसी ने बीजेपी को छोड़ा पीछे, हासिल की ये बड़ी बहुमत, जानिए कैसे…

निर्दलीय नगर सेवक संजय सोनी को पालिका अध्यक्ष और अकरम पटेल को उपाध्यक्ष बनाया गया है। इसी बीच गोधरा नगर पालिका की सत्ता में आए एआईएमआईएम के गुजरात अध्यक्ष शबीर काबलिवाला ने कहा कि ये एक एतिहासिक दिन है। हमने निर्दलीयों के साथ मिलकर सत्ता हासिल की है। गोधरा के लोगों का विकास ही हमारी प्राथमिकता है।

बता दें कि गोधरा की 44 नगर पालिका सीटों में से ओवैसी की पार्टी ने 8 नगर सेवक सीटों पर चुनाव लड़ा था। जिसमें से 7 सीटें जीत ली थी। इस नगर पालिका में भाजपा के 19 पार्षदों को जीत मिली है।

वैसे तो नगर पालिका अध्यक्ष बनने के लिए यहां 23 नगर सेवकों के समर्थन की जरूरत होती है। इन आंकड़ों को ओवैसी और निर्देलीयों ने मिलकर पूरा किया।

जिसके अंतर्गत गोधरा में 17 निर्दलीयों ने एआईएमआईएम को समर्थन दे दिया है। असल में जिस तरह एआईएमआईएम ने कम सदस्य होने के बाद भी अध्यक्ष पद पर कब्जा किया है। वह कुछ उसी तरह का दांव है , जैसा भाजपा ने गोवा, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर में भी कुछ इसी तरह की सरकार बनाई थी।

गुजरात में गोधरा नगर पालिका के नतीजे लोगों को चौकाने वाले रहे हैं। वैसे तो स्थानीय निकाय चुनावों में भाजपा को ज्यादातर जगहों पर सफलता मिली है, लेकिन पंचमहल जिले की गोधरा नगर पालिका में बड़ा झटका लगा है।

हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम (ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन) ने बुधवार को गोधरा नगर पालिका में भाजपा को पीछे छोड़ दिया है।