अफगानिस्तान में हुआ ये बड़ा हादसा , नौ सैनिकों की मौत

इस्लामिक स्टेट ने कुछ घटनाओं की जिम्मेदारी ली है लेकिन कई हमलों की जिम्मेदारी नहीं ली गई। अफगान सरकार इन हमलों के लिए तालिबान को जिम्मेदार ठहराती है।

हालांकि आतंकवादियों ने कई हमलों की जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया। काबुल में हमले ऐसे दिन हुए हैं जब रूस ने शांति वार्ता को आगे बढ़ाने के लिए तीन अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में से एक की मेजबानी की।

रूस के इस सम्मेलन को अहम माना जा रहा है। इसमें भाग लेने वाले प्रमुख नेताओं में अमेरिका के शांति दूत जलमी खलीलजाद, अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हमदुल्लाह मोहिब और तालिबान के सह-संस्थापक मुल्ला अब्दुल गनी बरादर शामिल हैं।

काबुल हमले के लिए अभी किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है । सरकारी कर्मचारियों को पहले भी निशाना बनाया जाता रहा है। सोमवार को काबुल में सरकारी कर्मचारी पर एक अन्य बमबारी में तीन महिलाएं और तीन साल के बच्चे की मौत हो गई थी तथा 13 अन्य घायल हुए थे।

कतर में तालिबान आतंकवादियों और अफगान सरकार के बीच शांति वार्ता में गतिरोध पैदा होने के बाद से अफगानिस्तान में बमबारी, हत्याओं और हिंसा की अन्य घटनाएं बढ़ी हैं।

पुलिस ने बताया कि एक अन्य घटना में बृहस्पतिवार को बमबारी में राजधानी काबुल में एक मिनी बस में जा रहे चार कर्मचारी मारे गए। काबुल पुलिस प्रमुख के प्रवक्ता फिरदौस फरमर्ज ने बताया कि मृतकों में एक महिला शामिल है और हमले में नौ अन्य लोग घायल हो गए।

अफगानिस्तान के मध्य प्रांत में देर रात एक हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से अफगान सेना के कम से कम नौ सैनिकों की मौत हो गई। रक्षा मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को एक बयान में कहा कि दुर्घटना में एमआई-17 हेलीकॉप्टर के चालक दल के चार सदस्यों के साथ पांच सुरक्षाकर्मी मारे गए। यह हादसा मैदान व्रदक प्रांत के बेहसुद जिले में हुआ। मामले की जांच चल रही है।