अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर साधा निशाना, कहा – जांच हो ताकि पता चले…

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस चेनप्पा ने बताया कि आरोपी विपुल सैनी ने नकुड़ इलाके में अपनी कंप्यूटर की दुकान में कथित तौर पर हजारों की संख्या में मतदाता पहचान पत्र बनाये थे.

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि विपुल सैनी के बैंक खाते में 60 लाख रुपये पाये गए, जिसके बाद खाते से लेनदेन पर तत्काल रोक लगा दी गई है. उन्होंने कहा कि सैनी के खाते में इतनी रकम कहां से आयी, इसकी जांच की जाएगी.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूछताछ में विपुल ने बताया कि यह मध्य प्रदेश के हरदा निवासी अरमान मलिक के इशारे पर काम कर रहा था. अरमान मलिक को सहारनपुर पुलिस ने दिल्ली पुलिस की मदद से गिरफ्तार कर लिया है.

बता दें कि UP में साइबर हैकर ने केंद्रीय निर्वाचन आयोग की वेबसाइट को हैक कर 10 हजार से ज्यादा वोटर आइडी कार्ड बना डाले हैं. यूपी पुलिस की साइबर सेल ने सहारनपुर के मचरहेड़ी गांव से आरोपी युवक विपुल सैनी को गिरफ्तार किया है. उसके बैंक खाते से 60 लाख रुपये मिले हैं.

अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा, उप्र चुनाव आयोग की वेबसाइट में एक नवयुवक द्वारा ‘डिजिटल सेंधमारी’ करके नक़ली वोटर आईडी कार्ड बनाए जाने की ख़बर बेहद गंभीर है.

ऐसे घपलों के लिए पूरे राज्य में जांच हो, पता तो चले कहीं इसे राज्याश्रय तो प्राप्त नहीं है. ये चुनाव आयोग की सुरक्षा ही नहीं बल्कि गरिमा का भी सवाल है.

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग की वेबसाइट में सेंधमारी कर नकली वोटर आईडी कार्ड बनाने के मामले में भाजपा सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि इस मामले की जांच हो ताकि पता चले कि कहीं इसे राज्याश्रय तो प्राप्त नहीं है.