मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लिया बाढ़ग्रस्त इलाकों का जायजा, अधिकारियों को दिया ये निर्देश

लौटने के बाद मुख्यमंत्री ने 01 अणे मार्ग स्थित संकल्प में आपदा प्रबंधन और जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ग्रस्त इलाकों में धान की रोपनी और अन्य सभी चीजों की हुई क्षति का ठीक से आकलन कराने का निर्देश दिया.

सीएम ने कहा, पीड़ित लोगों से संपर्क बनाये रखें और पूरी तत्परता के साथ सभी लोगों की सहायता करें. डीएम से लगातार संपर्क में रहेन और स्थिति पर नजर बनाये रखने, राहत एवं बचाव कार्य तेजी से करने के निर्देश दिये.

बैठक में जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार व चंचल कुमार, आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार व मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह उपस्थित थे.

इस दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि यहां पर रहे सभी लोगों की कोरोना जांच अवश्य कराएं और जो भी संक्रमित पाये जाते हैं, तो उनके लिए अलग से व्यवस्था करें. सीएम ने कहा कि जिनका टीकाकरण नहीं हुआ है, उनका टीकाकरण अवश्य कराएं. मुख्यमंत्री ने मुसेपुर चौक पर रह रहे विस्थापित लोगों की समस्याएं सुनीं.

उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिया कि सामुदायिक रसोई को और बड़ा किया जाये. यहां टेंट के साथ-साथ अन्य जरूरी चीजों की भी पूरी व्यवस्था रखें. पशुचारा की उपलब्धता रखें. उन्होंने स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी बातचीत की और कहा कि लोगों को राहत दिलाने के लिए जिला प्रशासन के साथ समन्वय बनाकर सभी काम करें. सारण के डीएम ने मुख्यमंत्री को प्रभावित आबादी, नावों के परिचालन और अन्य राहत कार्यों की जानकारी दी.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को सड़क मार्ग से भोजपुर व सारण जिलों के बाढ़ग्रस्त इलाकों का जायजा लिया. पटना लौटने पर उन्होंने आला अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की और बाढ़ से हुई क्षति का आकलन करने का निर्देश अधिकारियों को दिया. मुख्यमंत्री कोइलवर और बबुरा का जायजा लेते हुए सारण पहुंचे.

सारण के डोरीगंज, मौजमपुर होते हुए सोनपुर के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का भी उन्होंने जायजा लिया. मुख्यमंत्री ने सारण जिले के मुसेपुर चौक पर बाढ़पीड़ित लोगों के लिए चलाये जा रहे सामुदायिक रसोई का निरीक्षण किया और वहां भोजन कर रहे लोगों से बातचीत की और वहां की व्यवस्थाओं की जानकारी ली. सामुदायिक रसोई के पास चलाये जा रहे कोविड टीकाकरण केंद्र का भी उन्होंने निरीक्षण किया.