अमेरिका ने भी पकिस्तान का साथ छोड़ते हुए कह दी यह गंम्भीर बात

पाकिस्‍तान पर एयर स्‍ट्राइक के बाद प्रधानमंत्री इमरान खान को अमेरिका से उम्‍मीदें थीं, लेकिन अमेरिका के विदेश विभाग की ओर से आए बयान ने सारी उम्‍मीदों पर पानी फेर दिया है।

अमेरिकी विदेश विभाग की ओर से हवाई हमले के बाद बयान जारी किया गया है। इस बयान में अमेरिका ने पाकिस्‍तान को दो टूक कहा है कि वह अपनी सरजमीं पर मौजूद आतंकी संगठनों पर कड़ी और अर्थपूर्ण कार्रवाई करे। 26 फरवरी को इंडियन एयरफोर्स की ओर से खैबर पख्‍तूनख्‍वा के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्‍मद के ठिकानों पर हवाई हमलों को अंजाम दिया गया है। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपेयो की ओर से हवाई हमलों के बाद बयान जारी किया गया है।

इस बयान में पोंपेयो ने कहा है, ‘अमेरिका, भारत और पाकिस्‍तान दोनों को ही संयम बरतने और हर हाल में किसी भी तरह के तनाव से बचने के लिए कहना चाहता हैं।’ इसके बाद उन्‍होंने अपने बयान में कहा है, ‘पाकिस्‍तान को अपनी सरजमीं पर मौजूद आतंकियों से आकस्मिक स्थिति की तरह निबटना होना होगा।’ पोंपेयो ने इसके साथ ही जानकारी दी कि वह भारत और पाकिस्‍तान दोनों देशों के विदेश मंत्रियों से बराबर संपर्क बनाए हुए हैं। उन्‍होंने दोनों देशों के विदेश मंत्रियों से भी आपस में बातचीत करने की सलाह दी है। हमले के बाद पोंपेयो ने विदेश मंत्री सुषमा स्‍वराज से फोन पर बात की थी। मंगलवार को इंडियन एयरफोर्स ने जैश के आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले को अंजाम दिया था।

जैश की इस कार्रवाई में उसके बालाकोट स्थित ट्रेनिंग सेंटर को निशाना बनाया गया था। यह हवाई हमला ‘ठोस इंटेलीजेंस इनपुट्स’ के बाद पूरा किया गया था। भारत को इस बात की जानकारी मिली थी कि बालाकोट में जैश अपने ठिकानों पर भारत में और आतंकी हमलों की साजिश में लगा हुआ है। आईएएफ ने जैश के ठिकानों पर मिराज 2000 फाइटर जेट्स की मदद से 1000 किलोग्राम के बम गिराए थे। जैश के जिस ठिकानें पर हमला हुआ वह घने जंगलों में था और यहां पर चल रहे कैंप्‍स में बड़ी संख्‍या में आतंकी मौजूद थे। इन हमलों में जैश सरगना मौलाना मसूद अजहर का साला और उसके भाई की मौत होने की खबरें हैं। 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ कॉन्‍वॉय पर जो आतंकी हमला हुआ था, उसकी जिम्‍मेदारी जैश ने ही ली थी।