इस खिलाड़ी ने किया गेंदबाजों का बूरा हाल, 25 गेंदों पर बटोरे 106 रन

अब जरा रविकुमार समर्थ की शतकीय पारी को उसके पोस्टमार्टम से समझिए. कर्नाटक के कप्तान ने केरल के खिलाफ 192 रन बनाए. ये रन उन्होंने तूफानी अंदाज में खेलते हुए 158 गेंदों पर पूरे किए. यानी उनका स्ट्राइक रेट 122 के आस-पास का रहा.

साफ है समर्थ 8 रन से अपना दोहरा शतक चूक गए. लेकिन, विजय हजारे के नॉक आउट मुकाबलों का सबसे बड़ा स्कोर बनाने में कामयाब रहे. उनके बनाए इन 192 रनों की एक खास बात ये रही कि इसमें 106 रन उन्होंने सिर्फ 25 गेंदों पर बटोरे.

मसलन 22 चौके और 3 छक्कों के साथ. समर्थ की ये शतकीय पारी जितनी बेमिसाल रही उससे कम देवदत्त पडिक्कल के साथ हुई ओपनिंग साझेदारी भी नहीं रही. दोनों ने पहले विकेट के लिए 249 रन जोड़े, जिसने मैच में केरल को बैकफुट पर धकेलने का काम किया.

SBI बैंक में क्लर्क के तौर पर काम करने वाले पिता के बेटे रवि कुमार समर्थ ने केरल के खिलाफ नॉकआउट मैच में न सिर्फ तूफानी शतक जड़ा बल्कि इसके बूते ओपनिंग विकेट के लिए बड़ी साझेदारी की स्क्रिप्ट भी लिखी.

इसका असर कर्नाटक के स्कोर बोर्ड पर पड़ा, जिसने एवरेस्ट की चोटी की तरह बड़े स्कोर का रूप ले लिया. आर. समर्थ की बड़ी शतकीय पारी के दम पर कर्नाटक ने 50 ओवर में 3 विकेट पर 338 रन बनाए.

विजय हजारे में रन और शतक जमकर बरस रहे हैं. कुछ बल्लेबाजों को तो इस काम में मास्टरी ही हासिल हो गई है. ऐसे ही एक बल्लेबाज हैं कर्नाटक के कप्तान रविकुमार समर्थ.

मुकाबले का स्टेज जितना बड़ा कर्नाटक के कप्तान अपने नाम के मुताबिक दम दिखाने में उतने ही समर्थ. पूरे टूर्नामेंट की बात करें उससे पहले केरल के खिलाफ नॉक आउट मुकाबले का प्रदर्शन ही देख लीजिए.