होली से पहले किसानों के लिए आई ये बड़ी खबर, सरकार देगी 50 हजार रुपये से लेकर 2 लाख रुपये तक…

केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन के तहत भारत बंद का राज्यों में अलग-अलग असर देखने को मिला। जहां पंजाब और हरियाणा में कई राष्ट्रीय राजमार्गों, प्रमुख सड़कों और कुछ रेलवे पटरियों पर किसान एकत्र हुए। वहीं गाजीपुर बॉर्डर पर भारत बंद के दौरान किसान होली की गानों पर नाचते दिखे।

योजना से जुड़ी जानकारी ऑनलाइन भी उपलब्ध है. किसान वहां से भी इसके संबंध में पूरी जानकारी ले सकते हैं. किसान इस बात का ध्यान रखें कि आवेदन करने से पहले वे उसके नियमों और शर्तों को ध्यानपूर्वक पढ़ लेवें ताकि बाद में किसी तरह की किसी समस्या का सामना नहीं करना पड़े.

सर्वप्रथम आपको अपने जिले के कृषि विभाग में जाना होगा.आपको वहां से ‘राजस्थान मुख्यमंत्री कृषक साथी योजना’ का आवेदन-पत्र लेना होगा. आपको आवेदन- पत्र में पूछी गई सभी महत्वपूर्ण जानकारियां जैसे कि आपका नाम, मोबाइल नंबर, एड्रेस आदि ध्यानपूर्वक दर्ज करना होगा.

सीएम गहलोत की ओर से प्रदेश के किसानों के लिये शुरू की गई यह योजना उनके लिये संजीवनी साबित होगी. क्योंकि प्रदेश में प्रतिवर्ष कृषिजनित कार्यों के दौरान होने वाले हादसों में कई किसानों की मौत हो जाती है या कई उम्र भर विकलांगता का दंश झेलने को मजबूर हो जाते हैं. ऐसे में दुर्घटना के शिकार किसान अथवा उनके परिजन इस योजना का लाभ लेकर आर्थिक संबल पा सकते हैं.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से हाल में अपने बजट भाषण में की गई राजस्थान ‘मुख्यमंत्री कृषक साथी योजना’ (Chief Minister Krishak Sathi Yojana) जल्द ही मूर्त रूप लेने जा रही है.

सरकार ने योजना के लिये 2000 करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया है. इस योजना के माध्यम से यदि खेती की गतिविधियों के दौरान किसान की मृत्यु हो जाती है या फिर उसे किसी प्रकार की स्थायी विकलांगता का सामना करना पड़ता है, तो उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी.यह आर्थिक सहायता 50 हजार रुपये से लेकर 2 लाख रुपये तक होगी.