भारतीयों के लिए खुले इस देश के दरवाजे , बिना कोविड टेस्ट के मिलेगी देश में एंट्री

काउंसिल ने कहा कि स्विट्जरलैंड में इस्तेमाल होने वाली वैक्सीन बहुत ही कम प्रभावी हैं और डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ कम असरदार हैं. हालांकि, ये वायरस से ज्यादा सुरक्षा देती हैं.

स्विस सरकार ने यह भी घोषणा की है कि देश में अंतरराष्ट्रीय यात्रा और आवेदन के क्षेत्रों के मामले में सहायक दस्तावेजों के रूप में कोविड सर्टिफिकेट की जरूरत होगी. इसने कहा कि अंतरराष्ट्रीय यात्रा में और कॉन्टैक्ट क्वारंटीन के मुद्दे पर कोविड सर्टिफिकेट के अलावा अन्य वैकल्पिक सहायक दस्तावेज का भी विकल्प है.

इसके अतिरिक्त, बच्चों को कोरोना टेस्ट या वायरस से रिकवर होने का एक कोविड सर्टिफिकेट भी जारी किया जा सकता है. काउंसिल के अनुसार परिवार के सभी सदस्यों के सर्टिफिकेट एक ही ऐप में जमा किए जा सकते हैं.

हालांकि, वेरिएंट ऑफ कंसर्न वाले मुल्कों से आने वाले लोगों को तभी देश में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी, जब ये पूरी तरह से स्पष्ट होगा कि वैक्सीनेशन पूरी सुरक्षा प्रदान करती है.

फेडरल काउंसिल ने कहा कि जिन लोगों का वैक्सीनेशन नहीं हुआ है और वे कोरोना से रिकवर नहीं हुए हैं. ऐसे लोगों को कोविड निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी और क्वारंटीन में जाना होगा.

इसका मतलब ये है कि जिन लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है या फिर वे कोरोना से रिकवर हो गए हैं. उन्हें स्विट्जरलैंड की यात्रा करते समय क्वारंटीन और कोविड निगेटिव रिपोर्ट की जरूरत नहीं होगी.

स्विट्जरलैंड (Switzerland) ने पूरी तरह से वैक्सीनेटेड (Fully Vaccinated) भारतीयों को अपने देश में प्रवेश देने का ऐलान किया है. इसके लिए उन्हें कोविड टेस्ट (Covid Test) और क्वारंटीन (Quarantine) की जरूरत भी नहीं पड़ेगी.

देश के फेडरल काउंसिल ऑफ पब्लिक हेल्थ ने बताया कि भारत जैसे वेरिएंट ऑफ कंसर्न वाले मुल्कों से आने वाले फुली वैक्सीनेटेड और कोरोना रिकवर लोगों को स्विट्जरलैंड में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी. इसके लिए लिए उन्हें कोविड निगेटिव रिपोर्ट या फिर क्वारंटीन की जरूरत नहीं होगी.