मौके का फायदा उठाकर पाकिस्तान के साथ मिलकर चीन बना रहा ये खतरनाक मिसाइल, अगर युद्ध हुआ तो…

हैरानी की बात है कि झेलम ज़िले में चिनारी और पाकिस्तान के हट्टियां बाला ज़िले के चाखोटी में भी इसी तरह के निर्माण कार्य चल रहे हैं, यानी मिसाइलों की साइटें तैयार की जा रही हैं.

 

इस बारे में इंडियन एक्सप्रेस की खबर में कहा गया कि भारत के लिए चीन-पाक का यह याराना खतरे की घंटी से कम नहीं है क्योंकि इस साल फरवरी में भारतीय कोस्ट गार्ड ने पाक की समुद्री सेना में भी चीनी नेवी की खासी मौजूदगी देखी थी.

ज़मीन से लेकर समुद्र तक पाकिस्तान एक तरह से चीन के नियंत्रण में है और भारत के खिलाफ साज़िश रचने में चीन के चापलूस दाएं हाथ की तरह काम कर रहा है.

यू​रेशिएन की खबर में तो कहा गया कि सोशल मीडिया पर शेयर हुईं कुछ तस्वीरों में तो यह तक दिखा कि पाकिस्तानी सेना ने चीनी आर्मी की यूनिफॉर्म पहनी हुई थी.

सूत्रों के हवाले से यूरेशिएन टाइम्स ने खबर में कहा कि यहां करीब 130 पाकिस्तानी सैनिक और 40 सिविलियन तक निर्माण काम में लगे हुए हैं.

इस काम का कंट्रोल रूम बाग ज़िले में पाक सेना के ब्रिगेड मुख्यालय में बताया गया है. यही नहीं, इस कंट्रोल रूम में चीनी सेना के कम से कम तीन अफसर और कुल 10 कर्मचारी मौजूद हैं.

भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव (Border Tension) के हालात पांच महीने होने को हैं और ऐसे में रॉ (RAW) से जुड़े सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (Peoples Liberation Army of China) पाकिस्तान की सेना के साथ मिलकर कई तरह के कामों को अंजाम दे रही है.

पहले से काफी ज़्यादा सहयोगात्मक और दोस्ताना हो चुकीं दोनों सेनाएं (China & Pakistan Military) मिलकर सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल के बेस निर्माण तक में लगे हुए हैं.

भारत के लिए ज़ाहिर तौर पर यह बड़ी चिंता की बात है और इससे भी ज़्यादा चिंता की बात यह है कि गलवान (India China Stand Off in Galwan Valley) में जो कुछ हुआ, उसमें पाकिस्तानी सेना का क्या रोल था!

आपको हाल में बताया था कि भारत और चीन के बीच भड़की आग में पाकिस्तान कैसे घी डाल रहा है. मौके का फायदा उठाकर चीन की पीएलए के बूते पाकिस्तान कब्ज़े वाले कश्मीर (PoK) में मिसाइलों की साइटें बनाने में जुटा है.

लासादन्ना ढोक में पाकिस्तान और चीन दोनों की सेनाएं मिलकर काम कर रही हैं. अब जानने की बात ये है कि किस तरह से तार जुड़ रहे हैं और भारत के लिए मुसीबत खड़ी की जा रही है.