कल से इस राज्य मे हो सकती है शराब की किल्लत, जाने पूरी खबर

राजधानी दिल्ली में 17 नवंबर (बुधवार सुबह) से लागू होने जा रही नई आबकारी नीति (Delhi Excise Policy 2021-22) के तहत शराब की सभी खुदरा दुकानों का संचालन अब निजी हाथों में होगा।

दिल्ली सरकार औपचारिक रूप से राजधानी में संचालित होने वाली शराब की करीब 600 सरकारी खुदरा दुकानें बंद करने के साथ ही मंगलवार की रात से इस व्यापार को अलविदा कह रही है।

आबकारी विभाग के सूत्रों ने आशंका जताई है कि दिल्ली में शराब की सरकारी खुदरा दुकानें बंद होने के कारण दिल्ली में शराब की कमी हो सकती है क्योंकि सभी 850 निजी दुकानें बुधवार से काम करना शुरू कर देंगी, इसकी कोई गारंटी नहीं है।

उन्होंने बताया कि सभी 32 जोन के आवेदकों को लाइसेंस दिया जा चुका है, लेकिन नई आबकारी नीति के तहत पहले दिन से करीब 300-350 दुकानों के काम करने की संभावना है।

सूत्रों ने बताया कि करीब 350 दुकानों को प्रोविजनल लाइसेंस जारी किया गया है। 200 से ज्यादा ब्रांड 10 होलसेल लाइसेंस धारकों के साथ पंजीकृत हैं और उन्होंने अभी तक विभिन्न ब्रांड की नौ लाख लीटर शराब खरीदी है। हालांकि, अधिकारियों ने बताया कि धीरे-धीरे सभी 850 शराब की दुकानें संचालित होने लगेंगी और और फिर कोई कमी नहीं रहेगी।

अधिकारियों ने बताया कि ऐसा पहली बार होगा जब दिल्ली में शराब की सभी सरकारी दुकानें बंद होंगी और यह पूरा व्यापार निजी हाथों में चला जाएगा। दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति के तहत निजी तौर पर चलने वाली 260 दुकानों समेत सभी 850 शराब की दुकानें खुली निविदा के जरिए निजी फर्मों को दी गई हैं।

निजी शराब की दुकानें 30 सितंबर को पहले ही बंद हो चुकी थीं, और जो भी सरकारी दुकानें डेढ़ महीने की ट्रांजिशन अवधि में काम कर रही थीं, वे भी मंगलवार रात से अपना कारोबार खत्म कर देंगी। नए लाइसेंस धारक बुधवार (17 नवंबर) से शहर में शराब की खुदरा बिक्री शुरू करेंगे।

इस साल जुलाई में सार्वजनिक की गई नई आबकारी नीति के अनुसार दिल्ली के 32 क्षेत्रों में नई शराब की दुकानें स्थापित की जाएंगी, जहां जाकर लोग शॉपिंग मॉल की तरह अपनी पसंद का ब्रांड चुन सकेंगे। नई व्यवस्था के तहत, सरकार खुदरा शराब के व्यापार से बाहर हो जाएगी, जिससे राजधानी में राज्य द्वारा संचालित दुकानों को बंद करने और प्राइवेट प्लेयर्स को बढ़ावा देने का मार्ग प्रशस्त होगा।