भारत व अमेरिका के बीच आई कड़वाहट , वजह जानकर उड़े लोगो के होश

अमेरिका व्हाइट हाउस ने 10 अप्रैल को पीएम नरेंद्र मोदी सहित भारत के 6 ट्विटर हैंडल को फॉलो करना शुरू किया था। लेकिन अब कुछ दिन बाद ही सभी को अनफॉलो कर दिया है।

 

व्‍हाइट हाउस ने उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री कार्यालय, राष्ट्रपति भवन, अमेरिका में भारतीय दूतावास और भारत में अमेरिकी दूतावास को फॉलो किया था। अब एक साथ इन सभी अकाउंट को अनफॉलो कर दिया गया है।

व्हाइट हाउस ने जिन ट्विटर अकाउंट को फॉलो करना शुरू किया था उनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री कार्यालय, राष्ट्रपति भवन, अमेरिका में भारतीय दूतावास और भारत में अमेरिकी दूतावास शामिल था।

इनके अलावा भारत में अमेरिका के राजदूत केन जस्टर को भी फॉलो किया गया था। इसी के साथ व्हाइट हाउस द्वारा फॉलो किए जाने वाले अकाउंट की संख्या 19 हो गई थी.

आप सभी को बता दें कि व्हाइट हाउस ने जिन ट्विटर एकाउंट को अनुसरण करना प्रारम्भ किया था उनमें पीएम नरेंद्र मोदी, पीएम कार्यालय, राष्ट्रपति भवन, अमेरिका में भारतीय दूतावास व हिंदुस्तान में अमेरिकी दूतावास शामिल हुए थे व इनके अतिरिक्त हिंदुस्तान में अमेरिका के राजदूत केन जस्टर को भी अनुसरण किया गया था।

ऐसा करने के बाद व्हाइट हाउस द्वारा अनुसरण किए जाने वाले एकाउंट की संख्या 19 हो गई थी, जिसमें सभी विदेशी हैंडल हिंदुस्तान से ताल्लुक रखने वाले देखे गए थे।

जिसमें सभी विदेशी हैंडल भारत से ताल्लुक रखते थे। अब व्हाइट हाउस ने एक बार फिर से 13 ट्विटर हैंडल को फॉलो करना शुरू कर दिया है। व्हाइट हाउस अब जिन अकाउंट को फॉलो कर रहा है वो सभी अमेरिकी प्रशासन और डोनाल्ड ट्रंप से संबंधित हैं।

दरअसल, अमेरिका अन्य किसी देशों या उसके राष्ट्राध्यक्षों के ट्विटर हैंडल को फॉलो नहीं करता, मगर भारत के ये हैंडल्स अपवाद स्वरूप फॉलो किए गए थे। लेकिन अब अमेरिका ने अब अपने रुख में बदलाव कर लिया है और अब व्हाइट हाउस अमेरिका के बाहर किसी को फॉलो नहीं कर रहा है।

अमेरिका ने एकबार फिर मौकापरस्ती दिखाई है। अपना काम निकलते ही अमेरिका ने अपना रंग दिखा दिया है। कोरोना वायरस यानी कोविड 19 महामारी से जूझ रहे अमेरिका ने जब भारत से हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवाई की मदद की दरकार थी।

तब भारत ने आगे आकर अमेरिका की मदद करते हुए हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवाई को देना शुरू कर दिया था। जिसके बाद अमेरिकी व्हाइट हाउस भी भारत का ‘फॉलोवर’ हो गया था।