प्रवक्ता संजय राउत ने किया खुलासा बताया शिवसेना को महाराष्ट्र से बाहर करने का रचा गया ऐसा षड़यंत्र

महाराष्ट्र में जिस तरह से शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन की सरकार का गठन हुआ उसके बाद शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत लगातार भाजपा पर हमलावर हैं। दरअसल जिस तरह से गठबंधन की सरकार बनाने में एनसीपी मुखिया शरद पवार ने अपना दम दिखाया उसके बाद भाजपा को मुंह की खानी पड़ी और देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा और उद्धव ठाकरे प्रदेश के मुख्यमंत्री बनें।

खुद शरद पवार ने कहा था कि पीएम मोदी के साथ उनकी मुलाकात में पीएम ने उन्हें मिलकर काम करने का प्रस्ताव दिया था।भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि शिवसेना को महाराष्ट्र से हटाने का षड़यंत्र रचा गया था।

इस षड़यंत्र में शरद पवार साहब को भी हिस्सा बनाने की कोशिश की गई थी, लेकिन शरद पवार साहब इस षड़यंत्र में नहीं फंसे। दरअसल जिस वक्त महाराष्ट्र मे सरकार बनाने की कवायद में एनसीपी-शिवसेना व कांग्रेस जुटी थी उस वक्त शरद पवार ने पीएम मोदी से मुलाकात की थी, जिसके बाद उन्हें लेकर तमाम सवाल खड़े होने लगे थे।एक इंटरव्यू में शरद पवार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें ‘साथ मिलकर काम’ करने का प्रस्ताव दिया था लेकिन उन्होंने प्रस्ताव को ठुकरा दिया। पवार ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने साथ आकर काम करने का प्रस्ताव दिया था। मैंने उनसे कहा था कि हमारे निजी संबंध बहुत अच्छे हैं और वे हमेशा रहेंगे, लेकिन मेरे लिए साथ मिलकर काम करना संभव नहीं है।

उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने बेटी सुप्रिया सुले को कैबिनेट मंत्री बनाने का भी प्रस्ताव रखा था। शरद पवार ने कहा कि पीएम मोदी का प्रस्ताव मैंने खारिज कर दिया था।पवार ने कहा कि कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी शिवसेना के साथ जाने को तैयार नहीं थी, लेकिन महाराष्ट्र कांग्रेस यूनिट के नेताओं और शरद पवार के कहने पर वह उद्धव ठाकरे की पार्टी के साथ जाने को तैयार हुई थीं। एक इंटरव्यू में शरद पवार ने कहा कि एनसीपी के पास शिवसेना से दो सीटें कम और कांग्रेस से 10 सीटें ज्यादा हैं। शिवसेना को सीएम पद मिला और कांग्रेस को स्पीकर, मेरी पार्टी को क्या मिला? डिप्टी सीएम के पास कोई अधिकार नहीं होता है।