72 घंटे के भीतर चीन को जवाब देगा ये देश , छोड़ना शुरू किया…

चाइना की गतिविधियां सारे क्षेत्र को अस्थिर कर रही हैं व अमेरिका इसका मुकाबला करना चाहता है। अमेरिका की रणनीति का एक अहम भाग हिंदुस्तान होगा।

 

अमेरिकी रक्षामंत्री के निर्देशन में हाल ही में अंडमान व निकोबार द्वीप समूह के तट पर नौसैनिक एक्सरसाइज किया गया. एस्पर ने बोला कि इस तरह की कवायद शक्ति प्रदर्शन का भाग हैं।

इसके अलावा, एक जरूरी कदम उठाते हुए अमेरिका ने बुधवार को चाइना को 72 घंटे के भीतर ह्यूस्टन में अपना वाणिज्य दूतावास बंद करने का आदेश दिया।

अमेरिकी अधिकारियों का मानना है कि अमेरिका में चीनी असर के विस्तार के लिए यह दूतावास जासूसी को अंजाम दे रहा था। हालांकि, वॉशिंगटन ने इस विषय में ज्यादा जानकारी प्रदान नहीं की है, लेकिन वह चाइना पर लगातार वाणिज्यिक व सैन्य गोपनीय चुराने के प्रयासों का आरोप लगाता रहा है।

अमेरिका ने चाइना के विरूद्ध तीन बड़े कदम उठाये हैं। पहला, सैन्य घेराबंदी, दूसरा वाणिज्य दूतावास बंद करना व तीसरा चीनी हैकरों पर निशाना साधना।

अमेरिका सारे एशिया में अपनी सेनाओं की मौजूदगी बढ़ा रहा है। अमेरिकी रक्षा सचिव मार्क एस्पर (Mark Esper) ने इस योजना की रूपरेखा तैयार की है।

अमेरिका नौसेना के जहाजों को एशिया भेज रहा है व ताइवान को हथियार उपलब्ध करा रहा है। दक्षिण चीन सागर व ताइवान के आसपास चीनी जहाजों की सक्रियता को ध्यान में रखते हुए अमेरिका मजबूत गठबंधन बना रहा है।

अमेरिका (America) व चाइना (China) के बीच शीत युद्ध चल रहा है। वैसे तो दोनों राष्ट्रों के बीच विवाद हमेशा से ही रही है, लेकिन कोरोना (CoronaVirus) महामारी के बाद से तनाव बहुत ज्यादा बढ़ गया है।

चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) अमेरिका को हराना चाहते हैं व डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) चाइना को अलग-थलग करने में लगे हैं व इस जंग में अमेरिका बहुत ज्यादा हद तक पास भी हो रहा है