यूक्रेन में फंसे भारतीयों की मदद के लिए पौलेंड, रोमानिया में भारतीय अधिकारियों की टीम तैनात , जारी हुए हेल्पलाइन नंबर्स

यूक्रेन में फंसे भारतीयों को पौलेंड, रोमानिया में सुरक्षित पहुंचाने के लिए भारतीय अधिकारियों की टीम तैनात है। सरकार ने टीम के अधिकारियों के नंबर जारी किए हैं।

सरकारी प्रवक्ता के अनुसार, यूक्रेन से जुड़े हंगरी, पोलैंड, स्लोवाक गणतंत्र और रोमानिया बॉर्डर पर ये टीम तैनात है।

हंगरी टीम: ये टीम जाहोनी बॉर्डर पर है
एस रामजी : मोबाइल+36305199944
वाट्सएप: +917395983990
अंकुर : मोबाइल व वाट्सअप +36308644597
मोहित नागपाल : मोबाइल: +36302286566
वाट्सअप: +918950493059

पोलैंड टीम: यूक्रेन क्रकोविक लैंड बॉर्डर पर है।
पंकज गर्ग :-मोबाइल: +48660460814 / +48606700105

स्लोवाक गणतंत्र टीम: यूक्रेन के साथ
व्यसने नेमेक लैंड बॉर्डर पर
मनोज कुमार :-मोबाइल: +421908025212
इवान कोजिन्का : मोबाइल: +421908458724

रोमानिया टीम: सुसेवा लैंड बॉर्डर पर निम्न अधिकारी मौजूद हैं।
गौशुल अंसारी :-मोबाइल: +40731347728
उद्देश्य प्रियदर्शी : -मोबाइल: +40724382287
अंद्रा हैरिनोव : -मोबाइल: +40763528454
मॉरिश सिमा : -मोबाइल: +40722220823

पांच दिन से बंकर में घुटन होने लगी है, हमें बचा लो
पांच दिन से बंकर के अंदर फंसे हैं। रात में तापमान माइनस पांच डिग्री सेल्सियस तक जा रहा है। कड़ाके की ठंड में चिंता के बीच पल-पल भारी गुजर रहे हैं। हॉस्टल की कैंटीन से बंकर में दो टाइम खाना तो मिल जाता है, लेकिन घर की याद ऐसे सता रही है कि अब भूख भी खत्म होने लगी है। राहत की उम्मीद भी कहीं नजर नहीं आ रही।

बस किसी तरह से यहां से निकल जाएं। प्लीज! हमारी मदद कीजिए। खारकीव में फंसे दिल्ली निवासी आकाश धीमान ने मुश्किलों को बयां करता वीडियो अपने परिजनों और दोस्तों को भेजा है। दून में उनके परिचित राहुल सती ने बताया कि दिल्ली और दून से लगातार आकाश एवं उनके साथ फंसे भारतीय छात्रों की मदद की कोशिश की जा रही है।लेकिन कोई सपोर्ट नहीं मिल पा रहा है।

आकाश आठ दिसंबर को ही एमबीबीएस करने के लिए यूक्रेन गए थे। आकाश ने सोमवार को मैसेज के जरिये बताया कि खारकीव में वह हॉस्टल के बंकर में 24 फरवरी से फंसे हैं। बहुत ठंड है। गैलरी जैसे बंकर में पैर भी सीधे नहीं कर पा रहे हैं। घुटन होने लगी है। बाहर बमबारी हो रही है। उन्होंने कहा कि उनके साथ करीब तीन सौ भारतीय बच्चे फंसे हुए हैं। यहां से बोर्डर 1200 किमी दूर है और बाहर बमबारी हो रही है।