अब रोमानिया और हंगरी जा रहे फंसे लोग, पोलैंड बॉर्डर पर हुआ ऐसा…

यूक्रेन में संकट के बीच पोलैंड बॉर्डर पर हालात खराब होने पर इस बॉर्डर के नजदीक के भारतीय छात्र भी अब रोमानिया और हंगरी बॉर्डर का रुख कर रहे हैं।

लवीव शहर में पोलैंड बॉर्डर से करीब 70 किमी दूरी फंसे बीस भारतीय छात्र भी इस बॉर्डर के बजाय 300 किमी दूर रोमानिया बॉर्डर की तरफ निकल गए हैं। रोमानिया बॉर्डर पर लगातार भीड़ बढ़ती जा रही है।

देहरादून की रांझावाला निवासी वीतिका शर्मा लवीव सिटी में रहकर मेडिकल की पढ़ाई कर रही हैं। उन्होंने बताया कि उनके शहर में तीन दिन पहले तक स्थिति सामान्य थी। लौटने के लिए पहले पौलैंड बॉर्डर पर जाने की तैयारी की। वहां रविवार को भारतीय छात्रों के साथ अभद्रता के मामले सामने आने पर इन बीस युवाओं ने रोमानिया बॉर्डर पर जाने का मन बनाया।

वीतिका ने बताया कि सभी ने अपने रोमानिया के परिचितों से संपर्क किया। बकौल वीतिका उन्होंने कहा कि बॉर्डर पार कर हम अंदर आ पाए तो वह हमें भारत लौटने तक रहने की जगह दिला देंगे। रोमानिया बॉर्डर के लिए उन्हें करीब 300 किमी जाना है।उन्होंने बताया कि तीन दिन के खाने के सामान का उन्होंने स्टॉक कर लिया। बॉर्डर पर समय लगने की आशंका के चलते सभी अपने साथ अतिरिक्त खाने का सामान लेकर निकल रहे हैं।

यूक्रेन में अपने-अपने ठिकाने छोड़कर बार्डर की तरफ निकले छात्रों को मोबाइल चार्ज करने में समस्या आ रही है। ऐसे में छात्र बीच-बीच में अपना मोबाइल बंद कर रहे हैं। जब किसी से बात करनी होती है तभी मोबाइल ऑन करते हैं। दून निवासी वीतिका ने बताया कि वह भी अपने साथियों के साथ सोमवार को बॉर्डर की तरफ निकली हैं। इसकी सूचना घर वालों को दे दी है।

यूक्रेन में अलग अलग स्थानों पर फंसे छात्र एंबेसी के बुलावे पर रोमानिया बॉर्डर पहुंच रहे हैं। जैसे-तैसे करके वह बॉर्डर तो पहुंच गए, लेकिन उन्हें यहां पर भी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। छात्र यहां पर तीन दिनों से फंसे हैं, लेकिन उनका नंबर नहीं आ रहा है।