केदारनाथ धाम के कपाट खोलने की तारीख तय, जानिए सबसे पहले आप

महा शिवरात्रि के पावन पर्व पर मंगलवार (आज) को ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में बाबा केदारनाथ के कपाट खोलने की तारीख तय हो गई है। केदारनाथ धाम के कपाट 6 मई को वृखि लग्न में 6 बजकर 25 मिनट पर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे।

कपाट खोलने की तारीख तय करने के लिए ओंकारेश्वर मंदिर में तैयारियां पहले से ही शुरू हो गईं थीं। मंदिर को आठ कुंतल फूलों से सजाया गया था। केदारनाथ के रावल भीमाशंकर लिंग की मौजूदगी में मंदिर समिति के अध्यक्ष, पुजारियों, आचार्य वेदपाठियों, स्थानीय हक-हकूकधारियों, कर्मचारियों और भक्तों की उपस्थिति में केदारनाथ धाम के कपाट खोलने का दिन तय किया गया।

आपको बता दें कि पिछले साल 2021 में 15 नवंबर को गंगोत्री धाम के कपाट अन्नकूट पर्व पर विधिवत पूजा अर्चना के साथ 12:15 मिनट पर शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए थे, जबकि केदारनाथ व यमुनोत्री धाम के कपाट सोमवार को भाई दूज के अवसर पर बंद हुए थे और बदरीनाथ धाम के कपाट 19 नवंबर को बंद कर दिए गए थे।

पौराणिक परंपरा के अनुसार महाशिवरात्रि के पर्व पर केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि शीतकालीन पूजा स्थल ओंकारेश्वर मंदिर (उषामठ) में दिन तय किया जाता है। इस अवसर पर रावल केदारनाथ की मौजूदगी में आचार्यगणों द्वारा पूजा अर्चना के साथ वेद मन्त्रोचारण किया जाता है। जिसके बाद आचार्यगणों द्वारा स्थानीय हक-हकूकधारी की उपस्थिति में पंचांग गणना के द्वारा शुभ महूर्त निकाला जाता है।

सभी पौराणिक परम्पराओं के निर्वहन के साथ दिन तय करते समय ओंकारेश्वर मंदिर में भैरवनाथ पूजा के लिए दिन,डोली प्रस्थान के लिए मुहूर्त एवं दिन, केदारनाथ धाम के कपाट खुलने का दिन, मुहूर्त व समय, धाम में भैरवनाथ मंदिर के कपाट खुलने के लिए मुहूर्त एवं दिन को प्रमुखता के साथ पंचाग गणना में देखा जाता है।

जिसके बाद संस्कृत भाषा में दिन पट्टा (लग्न पत्रिका) तैयार किया जाता है जिसमें सभी परम्पराओं के दिन, मुहूर्त, समय व तिथि को लिखा जाता है। इसके बाद इन सभी प्रक्रियाओं के बाद दिन पट्टे में लिखी गई जानकारियों को आचार्यगणों द्वारा पढ़कर सभी को जानकारी दी जाती है।

मंगलवार प्रातः चार बजे से ओंकारेश्वर मंदिर में भगवान भोलेनाथ का महाभिषेक शुरू हुआ था। दिनभर भक्तों द्वारा अभिषेक के साथ विशेष पूजाएं सम्पन्न की गईं। तत्पश्चात सांयकालीन आरती के बाद रात्रि में साढ़े आठ बजे से चार प्रहरों की पूजा प्रारंभ की जाएगी। इस दौरान मंदिर में भंडारे का आयोजन भी किया जाएगा।

उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित करोड़ों हिंदुओं की आस्था के प्रतीक भगवान बदरीनाथ धाम के कपाट 8 मई को प्रात: 6 बजकर 15 मिनट पर श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे। बसंत पंचमी के पावन पर्व पर नरेंद्रनगर स्थित राजदरबार में राजपुरोहितों ने महाराजा मनुज्येंद्र शाह की जन्म कुंडली देखकर धाम के कपाट खोलने की तिथि घोषित की।