जब पीएम मोदी ने आत्मनिर्भर भारत पैकेज की घोषणा की थी, तो उसमें एनबीएफसी और एचएफसी के लिए घोषित की गई 30 हजार करोड़ रुपये की विशेष तरलता योजना के तहत पांच प्रस्तावों के लिए 3090 करोड़ रुपये की राशि को मंजूरी दी थी। इसके अलावा आरबीआई भी बैंकिंग सेक्टर को बचाने के लिए कई योजनाओं पर काम कर रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी इस बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए हिस्सा लेगें। इस दौरान प्रधानमंत्री कोरोना वायरस और लॉकडाउन के दौरान अर्थव्यवस्था की स्थिति और क्रेडिट फ्लो का जायजा लेंगे। गौरतलब है कि लंबे वक्त से केंद्र सरकार बैंकिंग सेक्टर पर ध्यान दे रही है।
इसी कड़ी में प्रधानमंत्री मोदी आज शाम बैंक प्रमुखों और NBFCs स्टेकहोल्डर्स के साथ अहम बैठक करने जा रहे हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी जानकारी के मुताबिक इस बैठक में भविष्य के लिए विजन और रोडमैप पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
चीनी वायरस कोरोना और इसकी वजह से देशभर में लागू लॉकडाउन से देश की अर्थव्यवस्था को बड़ा नुकसान हुआ। बैंकिंग सेक्टर भी इससे अछूता नहीं है। सरकार लगातार इस सेक्टर को पटरी पर लाने के लिए काम कर रही है।