दिल्ली में अब मुसलमान नहीं कर पाएँगे ये काम, जानकर लोग हुए हैरान

ल्ली मे हिंसा के बाद अब पलायन का दौर शुरू हो गया है. चांदबाग, मुस्तफाबाद, भजनपुरा, मूंगानगर, शेरपुर चौक, चंदूनगर,ब्रजपुरी, दयालपुर, शेरपुर, खजूरी में भय इतना है कि यहां से लोगों का जाना जारी है.

अब तक दो सौ से अधिक परिवार यहां से जा चुके हैं. चांदबाग के मुस्तफा, इलियास, चंदूनगर से हरीश, देवेद्र, खजूरी ये अलीमुद्दीन, मूंगानगर से श्याम का परिवार गांव की ओर कूच कर चुका है.

उत्तरी-पूर्वी दिल्ली में भड़की हिंसा में बड़े पैमाने पर सार्वजनिक और निजी संपत्ति का नुकसान हुआ है। इस हिंसा में अबतक 42 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 250 से अधिक लोग घायल हैं।

दिल्ली पुलिस ने हिंसा के विभिन्न मामलों में 123 एफआईआर दर्ज की है जबकि हिंसा से जुड़े मामलों में 630 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।

उत्तर-पूर्वी दिल्ली में तीन दिन तक चले खूनी संग्राम की सच्चाई सामने आ रही है. उपद्रवियों की क्रूरता के शिकार मरने वालों के शवों को पहचान पाना तक दूभर हो रहा है.

हालांकि हिंसा के गवाह इन शवों की आधिकारिक स्थिति पोस्टमार्टम के बाद ही सामने आ सकेगी लेकिन ऊपरी तौर पर शवों की स्थिति बहुत भयावह है.

इसके लिए पुलिस ने 400 लोगों को नोटिस भेजा था एक अधिकारी ने बताया कि एसआईटी और स्थानीय पुलिस को इस संबंध में निर्देश दिए जा चुके हैं कि नुकसान का आकलन करने के लिए नगर निगम और दिल्ली सरकार के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित किया जाए। एसआईटी की दो टीमें इस हिंसा की जांच कर रही हैं।