भारत से पंगा लेना चीन को पड़ा भारी, बुरी तरह से फेल हुआ…

इस लेख में कहा गया है कि दुर्भाग्य से भारत के खिलाफ चीनी सेना के आक्रामक अभियानों के शिल्पकार शी जिनपिंग हैं। उनका यह अभियान अप्रत्याशित रूप से फ्लॉप हो गया है।

अब बौखलाहट में शी जिनपिंग इन घटनाक्रमों का हवाला देकर चीन की सेना में अपने विश्वासपात्रों को स्थापित करेंगे और विरोधियों को बाहर का रास्ता दिखाएंगे। लेखक का आकलन है कि शी जिनपिंग अब भारत के खिलाफ और आक्रामक रूख अख्तियार कर सकते हैं। गॉर्डन जी चांग लिखते हैं, “इन नाकामियों के बाद शी जिनपिंग भारतीय ठिकानों पर और आक्रामक हमले की योजना बना सकते हैं।”

द वीक के स्तंभकार गॉर्डन जी चांग ने कहा कि भारतीय सेना ने चीनी सेना को जोरदार शिकस्त दी है और अब जरूरत इस बात की है कि भारत चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के अगले कदम पर नजर रखे। क्योंकि इस घटना से शी जिनपिंग की बौखलाहट बढ़ गई है।

जी चांग ने लिखा है कि शी जिनपिंग चीन की कम्युनिस्ट पार्टी में मनमाफिक ‘बदलाव’ कर रहे हैं और सामूहिक रूप से अपने विरोधियों को कुचल रहे हैं। भारत-चीन एलएसी पर चीन की सेना को मिली शिकस्त के बाद जिनपिंग कुछ और ‘क्रूर’ कदम उठा सकते हैं।

अमेरिकी मैगजीन के मुताबिक चीन की सेना की यह साजिश बुरी तरह से फेल रही है और भारत ने चीन को मुंहतोड़ जवाब दिया है। चीन को भारत की ओर से इस तरह के जवाब की उम्मीद नहीं थी।

अमेरिका की जानी मानी मैगजीन ‘द वीक’ के मुताबिक चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भारत में चीन की सेना को घुसपैठ करने की योजना को हरी झंडी देकर अपने भविष्य को खतरे में डाल लिया है। द वीक ने शी जिनपिंग को भारत में चीनी घुसपैठ का शिल्पकार बताया है।