अभी – अभी गैंगस्टर विकास दुबे को लेकर सामने आया ये बड़ा…लोगो को नहीं हो रहा विश्वास

एक अन्य ट्वीट कर उन्होंने कहा कि ‘यह पता लगाना आवश्यक है विकास दुबे ने मध्यप्रदेश के उज्जैन महाकाल मंदिर को सरेंडर के लिए क्यों चुना? मध्यप्रदेश के कौन से प्रभावशाली व्यक्ति के भरोसे वो यहाँ उत्तर प्रदेश पुलिस के एनकाउंटर से बचने आया था?

अब राजनीतिक राज पर पर्दा डालने का प्रयास किया जा रहा है। उसके सरेंडर से लेकर एनकाउंटर तक की कार्रवाई संदेह के घेरे में है। उसकी सीबीआई जांच होनी ही चाहिए।

इसके अलावा वरिष्ठ कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने भी ट्वीट कर सवाल उठाए है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि पुलिस के हाथों मौत नहीं कोर्ट से फांसी की सजा का अधिकारी था विकास दुबे। आगे उन्होंने लिखा है कि ‘क्या उप्र सरकार ने खो दिया है न्यायिक प्रणाली पर विश्वास?

मप्र कांग्रेस पहले उज्जैन से विकास दुबे की गिरफ्तारी पर सवाल उठा रही थी, वहीं अब उसके एनकाउंटर पर भी कांग्रेस ने भाजपा का घेराव किया है।

कांग्रेस ने विकास दुबे घटनाक्रम को लेकर कई सवाल उठाए हैं। इसी क्रम में अब मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी सरकार और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधा है।

उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि जिसका शक था वह हो गया। विकास दुबे का किन किन राजनैतिक लोगों से, पुलिस व अन्य शासकीय अधिकारियों से उसका संपर्क था.

अब उजागर नहीं हो पाएगा। पिछले 3-4 दिनों में विकास दुबे के 2 अन्य साथियों का भी एनकाउंटर हुआ है लेकिन तीनों एनकाउंटर का पैटर्न एक समान क्यों है?

उत्तर प्रदेश के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर विकास दुबे को शुक्रवार सुबह यूपी पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है। विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद सियासी गलियारों में घमासान मच गया है।

उज्जैन महाकाल मंदिर से विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद से उसके एनकाउंटर होने तक मप्र की राजनीति में भी इसको लेकर गहमा गहमी चल रही है।