गिरफ्तारी के 24 घंटे बाद विकास दुबे के साथ हुआ था ये, जानकर लोगो में मचा हडकंप

मध्य प्रदेश पुलिस ने दुबे के साथ दो वकीलों व शराब कंपनी के मैनेजर के साथ ही चार अन्य को भी हिरासत में लिया. विकास दुबे गुरुवार प्रातः काल करीब 7.45 बजे महाकाल मंदिर दर्शन के लिए पहुंचा था व मंदिर में प्रवेश की व्यवस्था के बारे में दुकानदार के जानकारी ली.

 

मंदिर दर्शन के लिए उसने 250 रुपये की रसीद भी कटवाई. प्रवेश के दौरान मंदिर के गार्ड को संदेह होने पर उसे पकड़कर पुलिस चौकी लाया गया.

पुलिस की गिरफ्त में आने पर वो जोर जोर से चिल्ला रहा था कि मैं विकास दुबे हूं। । कानपुर वाला उत्तर प्रदेश एसटीएफ के ऑफिसर गुरवार शाम को उज्जैन पहुंचे थे.

इस पर विकास दुबे को कानपुर पुलिस को सौंप दिया. गुरुवार रात करीब 9:30 बजे यूपी पुलिस का काफिला उसे सड़क मार्ग से ले गया. उज्जैन से भी सुरक्षाबलों को साथ भेजा गया.

अब तक पुलिस व एसटीएफ ने विकास दुबे के पांच साथियों को एनकाउंटर में मार गिराया है. विकास दुबे के गुर्गे व 50-50 हजार के इनामी प्रभात मिश्र व उआ उर्फ प्रवीन दुबे पुलिस ने गुरुवार को ढेर कर दिया. इससे पहले एसटीएफ ने विकास के भतीजे अमर दुबे मौदहा को एनकाउंटर में ढेर कर दिया था. तीन जुलाई को पुलिस ने विकास दुबे के मामा प्रेम प्रकाश पांडेय व चचेरे भाई अतुल दुबे को मार गिराया था.

जानकारी के मुताबिक जिस गाड़ी से पुलिस विकास दुबे कानपुर ला रही थी, रास्ते में वो दुर्घटनाग्रस्त हो गई. इस दौरान मौके का लाभ उठाकर विकास ने भागने की प्रयास की.

साथ ही उसने घायल पुलिसकर्मी से पिस्टल भी छीन ली. मौके पर एसटीएफ के साथ विकास दुबे की एनकाउंटर प्रारम्भ हुई व गोली लगने से उसकी मृत्यु हो गई.

कानपुर काण्ड के बाद देशभर में सुर्खियों में आए विकास दुबे को कई राज्यों की पुलिस बीचे 6 दिनों से तलाश कर रही थी. गुरुवार प्रातः काल मध्य प्रदेश पुलिस ने उसे उज्जैन के महाकाल मंदिर से हिरासत में लिया था.

कानपुर में 2 जुलाई को 8 पुलिसवालों की मर्डर का मुख्य आरोपी विकास दुबे (Vikas Dubey Encounter) गिरफ्तारी के महज 24 घंटे के अंदर मारा गया है.

उज्जैन से कानपुर लाते समय भागने की प्रयास कर रहे मोस्ट वांटेड विकास दुबे को एसटीएफ में एनकाउंटर में ढ़ेर कर दिया. इस दौरान पुलिस के चार जवान भी घायल हुए हैं.