लखनऊ में डॉक्‍टर की पत्‍नी के साथ किया ऐसा, खुद को बताया मुंबई का पुलिस अफसर

खुद को मुंबई का पुलिस अफसर बताकर राजधानी लखनऊ के लोहिया संस्थान के डॉक्टर की पत्नी से 10 लाख रुपए ऐंठ लिये। जालसाज ने पीड़ितों को फोन किया कि ताइवान में एक संदिग्ध पार्सल भेजा गया है।

डॉ़ राम मनोहर लोहिया संस्थान फैकल्टी अपार्टमेंट में रहने वाले न्यूरो सर्जन डॉ. कुलदीप यादव की पत्नी विभा ने पुलिस को बताया कि नौ दिसंबर को उनके पास एक अनजान नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने अपना परिचय मुंबई के पुलिस अधिकारी नरेश गुप्ता बनर्जी के रूप में दिया। उसने विभा से कहा कि उन्होंने गैर कानूनी ढंग से मुंबई से ताइवान पार्सल भेजा गया है। इसमें उनके आधार कार्ड को आईडी के तौर पर लगाया गया है। उसने मुम्बई में उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज होने की बात कही और फर्जी एफआईआर कॉपी भी भेज दी। एफआईआर देखकर वह डर गई।

जालसाज ने बैंक खाते की जांच कराने की बात कहकर उन्हें डराया। कहा कि जांच करने के लिये वह उनके दिये बैंक खाते में 10 लाख भेज दे। उसने यह कहकर भरोसा दिलाया कि आधे घंटे में ये रुपये लौटा दिये जायेंगे। ऐसा न करने पर मुम्बई पुलिस उनके घर पर पहुंच कर कार्रवाई करेगी।

वह ठग की बातों में आ गई और बताए खाते में 10 लाख भेज दिए। इसके आरोपित ने कहा किसी से इस बारे में न बताना नहीं तो कोई मदद नहीं कर पाउंगा। काफी समय बीतने के बाद भी खाते में रुपये नहीं आए तो ठगी का एहसास हुआ। साइबर क्राइम सेल के प्रभारी मो़ मुस्लिम खान ने बताया कि इस मामले की जांच की जा रही है।

इस पर आपका आधार कार्ड लगा है, फिर फर्जी एफआईआर भी उनके नाम की भेज दी और बचने के लिये 10 लाख रुपये मांगे। आधे घंटे में ही ये रुपये खाते में वापस करने का झांसा भी दिया। पीड़िता उसकी बातों में आकर 10 लाख रुपये गवां बैठी। जब रुपये लौटाने को कहा तो उसे धमकी दी जाने लगी। साइबर क्राइम थाने की पुलिस मुकदमा दर्ज कर जांच कर रही है।