केजरीवाल ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान दी सच्चे हिन्दू की ऐसी परिभाषा और अमित शाह को बताया भगौड़ा

दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने आगामी विधानसभा चुनाव के प्रचार के आखिरी दिन गुरुवार को कहा कि बीजेपी में कोई भी मुख्यमंत्री बनने के लायक नहीं है। केजरीवाल ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा ‘गीता में लिखा है कि एक सच्चा हिन्दू बहादुर होता है वो कभी मैदान छोड़कर भागता नहीं है पर मैंने जब अमित शाह को डिबेट की चुनौती दी तो वे मैदान छोड़कर भाग गए’।

उन्होंने कहा ‘चुनाव प्रचार खत्म होने में बस कुछ घंटे बाकी हैं। बीजेपी ने अभी तक अपना मुख्यमंत्री का चेहरा बताया नहीं। अब ये बात साफ है कि भाजपा के पास दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाने लायक कोई चेहरा नहीं है। इस चुनाव के बाद ये बात साफ हो जाएगी कि अब किसी नेता को चुनाव जीतना है तो उसे काम करना होगा, स्कूल बनाने होंगे, अस्पताल बनाने होंगे। यह 21वी सदी का भारत है अब ये जाती-धर्म पर नहीं काम पर वोट देगा।’

प्रवर्तन निदेशालय ने किया दावा, शाहीन बाग की फंडिंग में देशविरोधी ताकतों का हाथ

केजरीवाल ने कहा कि लोग जानना चाहते हैं कि भारतीय जनता पार्टी का मुख्यमंत्री पद का दावेदार कौन होगा। उन्होंने पूछा कि क्या होगा अगर वह संबित पात्रा या अनुराग ठाकुर हुए। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा चुनाव का ध्रुवीकरण करने की कोशिश भी की और नतीजे बताएंगे कि वह सफल हुए या नहीं।

केजरीवाल ने कहा, आप के मतदाता वे हैं जो अच्छी शिक्षा, चिकित्सीय सुविधा, आधुनिक सड़कें, 24 घंटे बिजली चाहते हैं।” शाहीन बाग में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ जारी प्रदर्शन पर आप के संयोजक ने आरोप लगाया कि दिल्ली विधानसभा चुनाव की वजह भाजपा ने सड़कें साफ नहीं कराई है।

पीएम ने सर्वोच्च अदालत को बताया संविधान का एक महत्वपूर्ण अंग और मुसलमानों को बताया ये…
केजरीवाल ने पूछा, ”गृह मंत्री अमित शाह को मार्ग साफ करने से क्या रोक रहा है? सड़क जाम रखने में अमित शाह का क्या हित छुपा है? वे दिल्ली के लोगों को परेशान और प्रदर्शन पर गंदी राजनीति क्यों करना चाहते हैं?” भाजपा पर प्रहार जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि भगवा पार्टी के नेता दिल्ली की अनधिकृत कॉलोनियों को ”पूरी तरह भूल गए” हैं और लोगों को गुमराह कर रहे हैं।

केजरीवाल ने कहा, ”आप के सत्ता में वापस आने पर दिल्ली सरकार ‘मुफ्त योजनाएं’ जारी रखेंगी, हम ऐसी जरूरत पड़ी तो ऐसी और योजनाएं लाएंगे।” दिल्ली की 70 सीटों पर आठ फरवरी को मतदान होगा और 11 फरवरी को मतगणना होगी।