किराये के बदले मकान मालिक ने महिला से की ये मांग, कहा नहीं बचा दूसरा रास्ता

सरकारों की तरफ यह भी एलान किया गया था कि कोई मकान मालिक किराएदारों से लॉक डाउन के दौरान किराया न लें । लेकिन इस बीच ऐसी भी खबरें आई हैं जिसको सुनकर आपको हैरानी होगी जहां मकान मालिक किराये पर रहने वाली महिलाओं से किराये की एवज में शारीरिक संबंध बनाने की मांग कर रहे हैं।

 

एक रिपोर्ट के मुताबिक, 100 से भी ज्यादा फेयर हाउसिंग ग्रुप्स ने पूरे अमेरिका में लोगों को इस समस्या से जूझते देखा है। इस महामारी के बीच देश में यौन उत्पीड़न के मामले 13% बढ़े हैं।

एक महिला ने  की वेबसाइट के माध्यम से कहा, ‘अगर मैं अपने प्रॉपर्टी मैनेजर के साथ सेक्स करने से इनकार करती तो वो मुझे घर से बाहर निकाल देता। एक सिंगल मदर होने के नाते मेरे पास दूसरा कोई विकल्प नहीं बचा था। मैं अपना घर नहीं खोना चाहती थी।’

किराये के बदले सेक्स की मांग करने वाले मामले अब अमेरिका समेत ब्रिटेन में भी जांच के दायरे में आ गए हैं। सेक्स के बदले रेंट फ्री एकोमोडेशन की सुविधा के नाम पर बढ़ते ऑनलाइन विज्ञापनों से भी पर्दा उठाया जाने लगा है।

पूरी दुनिया में तेजी से फैले कोरोना वायरस के कारण लाखों लोग रोजगार से हाथ धो बैठे। लॉकडाउन और यात्रा पर पाबंदी होने के बाद लोगों का व्यापार ठप पड़ गया। आय के सभी साधन समाप्त होने के बाद आज वे आर्थिक तंगी से लड़ रहे हैं।

उत्तरी अमेरिका और यूरोपियन ऑथोरिटीज कैश बैनेफिट्स, रेंट फ्रीज़िस और निष्कासन प्रतिबंध से जुड़े नियम लेकर आई है, ताकि लोगों को बेघर होने से बचाया जा सके।

एनएफएचए के सलाहकार मोर्गन विलियम्स का कहना है कि घर से बाहर ना निकलने के लिए बेबस लोगों के सामने कई बार बड़े कठिन विकल्प बचते हैं।

किराए के लिए सेक्स की व्यापकता से जुड़ा डेटा दुर्लभ है। हाउसिंग एक्सपर्ट्स का कहना है कि कानून की समझ न होने के चलते उल्टा मकान मालिकों का शिकार हो रही पीड़ितों पर वैश्यावृति के आरोप लग सकते हैं।

हाउसिंग चैरिटी शेल्टर (इंग्लैंड) की 2018 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले पांच सालों में प्रॉपर्टी मैनेजर्स ने तकरीबन ढाई लाख महिलाओं को किराया देने की बजाय सेक्स की पेशकश की है।

पूरी दुनिया के लिए यह दौर ऐसा आया है कि सभी लोग एक कड़ी परीक्षा के दौर से गुजर रहे हैं। कोरोना वायरस ने कई लोगों को मौत के घाट उतार दिया।

और जो जिंदा हैं, उसमें कई लोग संक्रमित हैं, बहुत सारे कोरोना से बचने के लिए कई सारे उपाय कर रहे हैं, लॉक डाउन की वजह से कितनों की नौकरी चली गई.

जिसके कारण किराये के मकानों में रहने वाले लोगों पर समस्याओं का पहाड़ टूट पड़ा है। मकान का किराया तक चुकाने के पैसे नहीं बचे हैं।