चीन को जवाब देने के लिए भारत ने दागी ये मिसाइल, देखती रह गयी पूरी दुनिया

इस बार का परीक्षण इसलिए भी खास है क्योंकि चीन ने एक दिन पहले ही हिंद महासागर को लेकर भारत को धमकी दी. चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स के हवाले से चीन के एक रक्षा विशेषज्ञ ने चेतावनी दी कि भारत ने अगर चीन वार्ता में ताइवान का मुद्दा उठाया तो चीन हिंद महासागर में भारत के खिलाफ एक्शन ले सकता है. इसीलिए आप ब्रह्मोस के इस सफल परीक्षण को चीन के विरुद्ध भारत का समंदर में पराक्रम वाला जवाब भी मान सकते हैं.

यह मिसाइल ध्वनि की गति से लगभग तीन गुना अधिक की स्पीड वाली है. ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज़ मिलाइस प्राइम स्ट्राइक वेपन (Prime Strike Weapon) है.

महासागर में किसी भी वॉरशिप से लंबी दूरी तक निशाना लगा सकती है और युद्धपोतों की विजय सुनिश्चित कर सकती है. ब्रह्मोस की मारक क्षमता 400 किलोमीटर से अधिक है. ये ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल के विस्तारित रेंज संस्करण का तीसरा सफल परीक्षण था.

बता दें कि रविवार को अरब सागर (Arabian Sea) में भारतीय नौसेना के स्वदेशी स्टील्थ डिस्ट्रॉयर आईएनएस चेन्नई से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया. महासागर की लड़ाई में ब्रह्मोस भारतीय नौसेना के लिए ब्रह्मास्त्र साबित होगी. इसकी तमाम वजह हैं.

भारतीय नौसेना (Indian Navy) के स्वदेशी स्टील्थ डिस्ट्रॉयर आईएनएस चेन्नई (Stealth Destroyer INS Chennai) से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल (BRAHMOS supersonic cruise missile) के सफल परीक्षण ने चीन की टेंशन बढ़ा दी है.

इसे भारत और चीन के बीच 8वें राउंड की कोर कमांडर स्तर की बातचीत की संभावना से ठीक पहले चीन की युद्धाभ्यास वाली धमकी के जवाब के तौर पर देखा जा रहा है.