सीएम योगी ने दिया ये नया नारा , कहा एक बार फिर ‘गांव की बेटी सबकी…

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को शारदीय से बासंतिक नवरात्रि तक चलने वाले ‘मिशन शक्ति अभियान का असर धरातल पर दिखे, इसके लिए त्रिस्तरीय समीक्षा के निर्देश दिए हैं।

 

मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार शासन स्तर पर मुख्य सचिव हर महीने, जिलाधिकारी साप्ताहिक और संबंधित विभाग दैनिक समीक्षा करेंगे। मुख्यमंत्री कार्यालय को इसकी रिपोर्ट भेजनी होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा, महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ का संदेश दिया है। एक पढ़ी लिखी बेटी, सुरक्षित भी होती है, सम्मानित भी होती है और स्वावलंबी भी होती है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार ने कोख में बेटियों की हत्या रोकने और बाल विवाह की कुरीति समाप्त करने के लिए मुखबिर योजना शुरू की थी।

स्वच्छ भारत अभियान, स्वस्थ बनने का अभियान तो है ही, साथ ही साथ नारी गरिमा और सुरक्षा की दृष्टि से भी अत्यंत उपयोगी प्रयास है। इंसेफेलाइटिस जैसी महामारी की समाप्ति का कारण यही स्वच्छ भारत अभियान है।

स्कूल चलो अभियान और स्कूलों में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए ऑपरेशन कायाकल्प के तहत जो प्रयास हुए, उनसे 50 लाख से अधिक बच्चे विद्यालय में बढ़े।

योगी आदित्यनाथ रविवार को ‘मिशन शक्ति’ के दूसरे दिन अपने सरकारी आवास पर महिला जनप्रतिनिधियों (प्रधानों, बीडीसी सदस्यों, ब्लॉक प्रमुखों तथा पार्षदों, नगरीय निकायों की अध्यक्षों) स्वयं सेवी संगठनों, महिला शिक्षकों से वर्चुअल माध्यम से संवाद कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने महिला जनप्रतिनिधियों की तारीफ करते हुए कहा कि प्रदेश के विभिन्न ग्राम पंचायतों और नगरीय निकायों में महिला जनप्रतिनिधियों की जागरूकता ने कई क्षेत्रों का कायाकल्प किया है।

महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के लिए सरकारों का प्रयास तभी सफल होगा, जब स्वयं महिलाएं जागरूक होंगी आप जैसे जागरूक लोगों के जरिये ही शासन की योजनाएं पात्र व्यक्तियों तक पहुंचती हैं। अगर जनप्रतिनिधि जागरूक ना हो तो यह योजनाएं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ कर दम तोड़ देती हैं।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘गांव की बेटी सबकी बेटी’ का नारा दिया है। उन्होंने कहा है कि बदलते दौर में एक बार फिर ‘गांव की बेटी सबकी बेटी’ के भाव को जगाने की जरूरत है।

यह हमारी संस्कृति और संस्कार हैं। गांव से लेकर महानगरों तक इसकी गूंज होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा है महिला सुरक्षा व सम्मान को सुनिश्चित करने के साथ-साथ स्वावलंबन के लिए केंद्र व राज्य सरकार सतत प्रयास कर रही है, पर मुकम्मल सफलता महिलाओं के सहयोग और जागरूकता से ही मिल सकेगी।