भारत ने चीन को दिया ये बड़ा झटका, छीना लिया…

मंत्री नंद किशोर ने ट्वीट कर कहा, ‘महात्मा गांधी सेतु के साथ बनने जा रहे इस पुल के लिए चुने गए 4 कॉन्ट्रैक्टर्स में से दो के पार्टनर चाइनीज थे।

 

हमने उन्हें पार्टनर बदलने को कहा, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। जिसके चलते हमने टेंडर को रद्द कर दिया है। हमने पुल के निर्माण के लिए दोबारा आवेदन मंगवाए हैं।’

दरअसल, दिसंबर 2019 में इस परियोजना को मंजूरी प्रदान की गई थी। अधिकारियों के द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक ये पुल गंगा नदी पर के पार महात्मा गंधी सेतु के समानांतर बनाया जाना था।

पुल के बन जाने से पटनास सारण और वैशाली जिले के लोगों को राहत मिलेगी। इस पूल को साल 2023 तक पुरा किया जाना था।एक अधिकारी द्वारा दी गई जानाकारी के मुताबिक, इस ब्रिज का निर्माण पटना में गंगा नदी पर होना था।

फिलहाल इस टेंडर को रद्द कर दिया गया है। ये जानकारी खुद बिहार सरकार के मंत्री नंद किशोर यादव ने दी है। मंत्री के मुताबिक इस टेंडर को रद्द किए जाने का कारण चुने गए चार कॉन्ट्रैक्टरों में से एक कॉन्ट्रैक्टर चीनी थे।

भारत और चीन के बीच लद्दाख में सीमा विवाद को लेकर जारी तनाव की बीच केंद्र सरकार ने चीनी सामान के बहिष्कार की मुहिम को आगे बढ़ाते हुए बिहार में गंगा नदी पर बनने वाले एक मेगा ब्रिज परियोजना के टेंडर को रद्द कर दिया है। इस टेंडर में चीनी कंपनियों के शामिल होने के कारण इसे रद्द कर दिया गया है।