चीन को लेकर सामने आई ये बड़ी खबर, सैनिकों को दे रहा ऐसी ट्रेनिंग

राज्य के प्रसारक सीसीटीवी ने तिब्बती राजधानी में सैकड़ों नए सैनिकों की फुटेज दिखाई। तिब्बत के कमांडर वांग हाईजियांग ने कहा कि एनबो फाइट क्लब की भर्तियां सैनिकों की ‘संगठन और लामबंदी की ताकत’ और उनकी ‘तेजी से प्रतिक्रिया और समर्थन क्षमता’ को बढ़ाएगी। ‘

 

दशकों बाद दो शक्तियों के बीच सबसे हिंसक टकराव में चीनी और भारतीय सैनिक लद्दाख क्षेत्र में 1,300 किलोमीटर दूर भिड़ गए थे। भारत का कहना है कि उसने इस झड़प में अपने 20 सैनिक गवांए हैं, जबकि चीन ने अभी तक अपने मारे गए सैनिकों की तादाद का खुलासा नहीं किया है।

दोनों पक्षों ने एक-दूसरे को लड़ाई के लिए दोषी ठहराया है, जो बिना किसी शॉट फायर किए पत्‍थरों और डंडों से लड़ा गया था। भारत ने कहा कि उसने चीन से मुकाबला करने के लिए हिमालयी सीमा क्षेत्र में सैनिकों को मजबूत किया है।

चीनी राज्य मीडिया ने हाल के हफ्तों में तिब्बत क्षेत्र में भारत की सीमा में उच्च ऊंचाई वाले विमान अभ्यास सहित सैन्य गतिविधियों के बारे में जानकारी दी है। चीन के राष्ट्रीय रक्षा समाचार ने कहा, ‘सीमा को मजबूत करने और तिब्बत को स्थिर करने के उद्देश्य से नए सैनिकों की भर्ती की गई थी।’

चीन ने एक सोची-समझी सजिश के तहत लद्दाख में तनाव पैदा किया है। मिली जानकारी के अनुसार, चीन ने इस महीने एक हिंसक झड़प से पहले पर्वतारोहियों और मार्शल आर्ट जानने वाले लोगों से ट्रेनिंग दिलाई थी।

सीमावर्ती इलाके में दो परमाणु हथियारों से लैस पड़ोसियों के बीच तनाव आम बात है, लेकिन इस महीने की लड़ाई 50 से अधिक वर्षों में सबसे घातक मुठभेड़ थी। आधिकारिक सैन्य समाचार पत्र चाइना नेशनल डिफेंस न्यूज ने 15 जून को ल्हासा में निरीक्षण के लिए एक माउंट एवरेस्ट ओलंपिक मशाल रिले टीम के पूर्व सदस्य और मिश्रित मार्शल आर्ट क्लब के सेनानियों सहित पांच नए मिलिशिया डिवीजनों को भेजा गया था।