भारत और चीन के बीच बढ़ा तनाव, दोनों देशों ने बढ़ाई सेना

लद्दाख में पैंगोंग त्सो झील और गलवां घाटी में चीन ने अपने सेनाओं की संख्या बढ़ा दी है। खासतौर से गलवां घाटी में भारत जिस क्षेत्र में जो काम कर रहा है.

 

चीन उसपर अड़ंगा लगाने में जुटा हुआ है। भारत चीन के बीच ताजा तनाव की मुख्य वजह बॉर्डर एरिया में कंस्ट्रक्शन का काम है, जिसके बाद विवाद गहरा गया।

चीनी ने भारी भरकम संख्या में अपने जवान तैनात किए। जवाब में भारतीय सेना की भी तैनाती बढ़ा दी गयी। विवाद यहां तक गहराया गया कि ये खबरें आने लगी कि चीन ने भारतीय पैट्रॉल पार्टी को बंधक बना लिया है।

हालांकि सेना ने एक बयान जारी कर उन खबरों का खंडन किया है कि चीन ने भारतीय सैनिकों को बंधक बनाया था, सेना के मुताबिक यह पूरी तरह भ्रामक और गलत खबर है।

भारत और चीन के बीच विवाद देखकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। खासकर, मौजूदा स्थिति में भारत-चीन के बीच जो तनाव बढ़ रहे हैं, उससे क्या फर्क पड़ेगा।

ये सवाल इसलिए भी अहम है, क्योंकि अभी भारत और चीन दोनों देश कोरोना वायरस से जारी लड़ाई को जीतने की कोशिश में है।गलवां घाटी में चीन ने करीब 1000 की तादाद में अपने जवान तैनात किए तो इसके जवाब में भारतीय सेना की भी तैनाती बढ़ा दी गई है।

भारत में इस समय श्योक और गलवा नदी पर निर्माण कार्य किया जा रहा है। वो पैंगोंग त्सो झील से 200 किलोमीटर पूर्व में स्थि​त है।

बताया जाता है कि चीन ने डब्रुक-श्योक-दौलत बेग ओल्डी रोड को लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल की तरफ निर्माण करने पर आपत्ति जताई है।

चीन और भारत के बीच इन दिनों सीमा पर सब कुछ सही नहीं चल रहा है। स्थिति ये है कि अब दोनों देशों ने अपने-अपने सैनिकों को भारी संख्या में वहां तैनात कर दिया है। फिलहाल दोनों देशों के बीच ताजा तनाव की मुख्य वजह बॉर्डर एरिया में कंस्ट्रक्शन का काम है।

लद्दाख़ में भारत चीन के बीच एलएसी यानि लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर पिछले कुछ दिनों से जारी तनाव खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है।