कोरोना महामारी के बीच चीन में हुआ ये, सड़कों पर उतरे लोग

चीन के प्रस्तावित विवादित राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के खिलाफ हांगकांग के लोगों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। लोकतंत्र समर्थक लोग चीन के इस विवादित कानून को लेकर आशंकित हैं।

 

लेकिन जुलूस के आगे बढ़ने से पहले ही पुलिस ने उन्‍हें रोक दिया। पुलिस ने प्रदर्शन को अवैध बताते हुए प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागने शुरू कर दिए।

लोगों का मानना है कि ये कानून यहां की स्वायत्तता और नागरिक स्वतंत्रता खतरे में पड़ सकती है। काले कपड़े पहनकर प्रदर्शनकारी प्रस्तावित कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।

प्रदर्शनकारियों ने दो टूक कहा है कि वो चीन के गुलाम नहीं रहेंगे, लेकिन चीन की पुलिस ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे लोगों पर जमकर ताकत दिखाई।

प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने वहां के प्रतिष्ठित कार्यकर्ता टैम टैक-ची को भी गिरफ्तार कर लिया। प्रदर्शनकारियों ने चीन के इस विवादित कानून को ‘एक देश, दो व्यवस्थाओं’ की रूपरेखा के खिलाफ बताया और ‘हांगकांग के साथ एकजुट’, ‘हांगकांग को आजाद करो’ और ‘हमारे दौर की क्रांति’ जैसे नारे लगाए। चीन की राष्ट्रीय संसद में शुक्रवार को पेश हुए इस प्रस्तावित विधेयक का उद्देश्य अलगाववादियों और विध्वंसक गतिविधियों को रोकना बताया गया।

चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने एक बार फिर से माहौल को गर्म करते हुए कहा ‘हांगकांग सुरक्षा कानून’ को बिना किसी देरी के लागू किया जाना चाहिए।

हांगकांग में मशहूर शॉपिंग डिस्ट्रिक्ट कॉजवे-बे के पास चीन की दमनकारी नीतियों के खिलाफ एक बार फिर हजारों लोग सड़कों पर उतर आए।

कई लोगों को सड़कों पर घसीटकर मारा और आंसूगैस के गोले भी छोमहीनों बाद हांगकांग के लोग एक बार फिर चीन के दमन के खिलाफ सड़कों पर उतर आए, जिन्हें भगाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे।

हांगकांग के लोकतंत्र समर्थक चीन के प्रस्तावित राष्ट्रीय सुरक्षा कानून से भड़क उठे हैं जो इनकी स्वायत्ता के लिए खतरा बन सकती है।