बाइडेन को हराने के लिए में पुतिन ने बनाया था ये प्लान, चाहते थे डोनाल्ड ट्रंप को जिताना

इस रिपोर्ट में कहा गया है कि किसी भी विदेशी सरकार ने अंतिम परिणामों को प्रभावित नहीं किया था। रूस अमेरिका के राष्‍ट्रपति चुनाव में हस्‍तक्षेप के आरोप को लगातार खारिज करता रहा है।

नैशनल इंटेलिजेंस के डायरेक्‍टर के ऑफ‍िस की ओर से जारी 15 पन्‍ने की रिपोर्ट में कहा गया है कि ‘यह रूस और ईरान की ओर से चलाया गया प्रभावित करने का अभियान’ था।

मंगलवार को आई इस रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन ने चुनाव में दखल नहीं दिया। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि उनका मानना है कि चीन अमेरिका के साथ स्थिर संबंध को अहमियत देता है और उसने चुनाव में हस्तक्षेप करके इसमें पकड़े जाने का किसी तरह का जोखिम नहीं उठाया।

मंगलवार को राष्ट्रीय खुफिया कार्यालय के निदेशक के कार्यालय से जारी रिपोर्ट में अमेरिका में 2020 में हुए चुनावों में विदेशी दखल का विस्तृत आकलन दिया गया है।

इसमें कहा गया है कि ईरान ने मतदान पर विश्वास कम करने और ट्रंप के फिर से राष्ट्रपति बनने की संभावनाओं को नुकसान पहुंचाने की कोशिशें की।

इन कोशिशों के बावजूद खुफिया अधिकारियों को मतदान प्रक्रिया के किसी तकनीकी पहलू से छेड़छाड़ कर 2020 के अमेरिकी चुनाव में किसी विदेशी दखल के कोई सबूत नहीं मिले।

अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट की माने तो राष्ट्रपति चुनाव में जो बाइडेन को हराने के लिए में रूसी राष्ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन डोनाल्ड ट्रंप की मदद करने की कोशिख की थी।

अमेरिकी खुफिया एजेंसियों के मुताबिक रूसी राष्‍ट्रपति पुतिन ने पिछले साल हुए राष्‍ट्रपति चुनाव के दौरान संभवत: डोनाल्‍ड ट्रंप के समर्थन में प्रचार अभियान चलाने में मदद का आदेश दिया था। एक सरकारी रिपोर्ट में कहा गया है कि रूस ने बाइडेन की जीत के बाद ‘भ्रामक और बिना सबूत के आरोप लगाए थे।’