An Iranian cleric looks at domestically built surface-to-surface missiles at a military show marking the 40th anniversary of Iran's Islamic Revolution that toppled the U.S.-backed shah, at Imam Khomeini Grand Mosque, in Tehran, Iran, Sunday, Feb. 3, 2019. Since 1992, Iran has developed a self-sufficient military weapons program, producing mortars to missiles. (AP Photo/Vahid Salemi)

परमाणु हथियार बना रहा ईरान, कर सकता है इस देश पर हमला

ट्रंप के अमेरिका को समझौते से बाहर करने के बाद से ही ईरान परमाणु समझौते का उल्लंघन कर रहा है. पिछले साल ईरान प्लांट के ऊपरी हिस्से से तीन उन्नत सेंट्रीफ्यूज को प्लांट के अंडरग्राउंड ईंधन संवर्धन संयंत्र (FEP) में ले गया.

यह पहले से ही IR-2m सेंट्रीफ्यूज के जरिए अंडरग्राउंड संवर्धन में लगा हुआ है. परमाणु समझौते के तहत ईरान को फर्स्ट जनरेशन के IR-1 मशीन के जरिए ही संवर्धन की इजाजत थी.

हाल के दिनों में ईरान ने अमेरिका के नए राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) पर दबाव बढ़ाने के लिए अपनी परमाणु गतिविधियों को तेज किया है. तेहरान लगातार परमाणु समझौते का उल्लंघन कर अमेरिका संग तनाव पैदा कर रहा है.

उसके ऐसा करने के पीछे की मंशा अमेरिका को बातचीत के टेबल पर लाना है. दरअसल, 2018 में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने देश को इस डील से बाहर कर लिया था और ईरान के ऊपर फिर से प्रतिबंध लगा दिए थे.

ईरान (Iran) ने एक बार फिर यूरेनियम का संवर्धन (Uranium Enriching) करना शुरू कर दिया है. तेहरान इस काम को अपने अंडरग्राउंड नतांज प्लांट (Natanz Plant) में कर रहा है. इसके लिए ईरान IR-4 नामक एक उन्नत सेंट्रीफ्यूज का प्रयोग कर रहा है.

परमाणु कार्यक्रमों पर निगरानी रखने वाले संयुक्त राष्ट्र (United Nations) के वॉचडॉग ने इसकी जानकारी दी है. इस तरह एक बार फिर ईरान अमेरिका समेत प्रमुख संस्थानों संग हुए 2015 के परमाणु समझौते (2015 Nuclear Deal) का उल्लंघन कर रहा है.