मध्यप्रदेश में है एक ऐसा चमत्कारी भदैया कुंड जिसमे सिर्फ एक बार स्नान करने के उपरांत ही पति पत्नी के बीच में…

भारतीय समाज में एक लड़का और लड़की विवाह के उपरांत जब पति पत्नी का दर्जा प्राप्त करते है तो इस दौरान ऐसी कई रस्मे और रिवाज होते है जिनसे उनके रिश्ते को मज़बूती मिलती है और कहा जाता है कि इससे उनका रिश्ता और भी प्रगाढ़ और भी मज़बूत हो जाता है, आज हम आपको किसी रस्म या रिवाज के बारे में नहीं बल्कि एक ऐसे कुंड के बारे में बताने आये है जिसके बारे मे माना जाता है कि इस कुंड में स्नान करने वाला दम्पति जोड़ा कभी अलग नहीं होता है ना ही उनमे कभी किसी प्रकार का मनमुटाव होता है और उनका रिश्ता जन्म जन्मांतर तक चलता है |

मध्यप्रदेश के शिवपुरी के स्थित इस कुंड का नाम भदैया कुंड है, प्राचीन समय से चली आ रही मान्यताओं के चलते इस कुंड को बहुत पवित्र माना जाता है, यह कुंड शादीशुदा जोड़ो के लिए एक वरदान का रूप  है, कहा जाता है की जो शादीशुदा जोड़ा इसमें स्नान कर लेता है उसके जीवन में कभी लड़ाई झगड़े नहीं होते है | इस कुंड के प्रति लोगो के विश्वास का पता इस बात से लगाया जा सकता है कि यहाँ युवा दम्पति के साथ साथ बुजुर्ग दंपत्ति भी अपने बीच विवादों को समाप्त करने आते है |

इस कुंड से जुडी एक दंतकथा के अनुसार प्राचीन समय में एक शादीशुदा ने जोड़े ने भगवान को अपने कठोर तप से प्रसन्न किया था और उनसे वरदान माँगा था की जो भी इस कुंड में स्नान करेगा उनके बीच प्रेम सदैव बना रहेगा |

यहाँ बने इस कुंड में पानी चट्टानों से होकर एक झरने के रूप में मंदिर के ऊपर से गिरता है, इस कुंड में मौजूद पानी के बारे में कहा जाता है की ये त्वचा संबंधी रोगो के लिए भी बहुत ही चमत्कारी साबित होता है |

बताया जाता है कि वर्ष 1960 से 1985 तक यह स्थान डाकुओ का अड्डा हुआ करता था जिस कारण लोग यहाँ आने से डरते थे लेकिन अब यहाँ होटल बन चुके है और यह एक पर्यटन स्थल का रूप ले चूका है | यहाँ नव दंपती बहुत आते है और बुजुर्गो का भी यहाँ आना जाना लगा रहता है |

नवदम्पत्ति यहां अपने नए रिश्ते की प्रेम भरी शुरुआत करने आते है तो वही बुजुर्ग दंपती यहाँ अपने झगड़ो और मनमुटाव को दूर करने आते है |