दिल्ली में पुलिस के हाथ से कानून व्यवस्था का नियंत्रण फिसल गया और 36 घंटे के अंदर दंगे की आग में झुलकर 43 लोगों ने अपनी जान गंवा दी।
अनुसार बीते रविवार हुए दंगों को लेकर कई अधिकारियों से बात करने पर कुछ ऐसी बातें सामने आई हैं जिनसे राजधानी में शांति भंग होने की वजहें पता चलती हैं।
एक समूह की ओर से लंबे समय से धरना करते हुए रोड बंद करने के बाद दूसरे समुदाय के दूसरे समूह ने यह कहते हुए पूरी सड़क जाम करने की बात कही कि धरने के विरोध में धरना करने की अनुमति होनी चाहिए। दोपहर आते- आते दोनों समूहों ने एक दूसरे पर पत्थरबाजी करनी शुरु कर दी।
कई ऐसी कमियां रहीं जिनकी वजह से दंगे की आग को रोका नहीं जा सका।उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा के बाद से पुलिस इसकी तफ्तीश में जुट गई है. वहीं पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि इस शख्स की दिल्ली हिंसा के दौरान ही मौत हुई थी.
इसकी मौत किसी दूसरी वजह से हुई है. लाश बरामद होने के बाद से ही इलाके में सनसनी फैली गई है. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है.
दिल्ली में हुई हिंसा के बाद अब हालात को काबू में कर लिया गया है और स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए हर जगह पर पुलिस मुस्तैद है.
आपको बता दें कि इस बीच पुलिस को हिंसा के बाद कई जगह से लाशें बरामद हो रही है. बता दें कि इसी बीच दिल्ली के गोकुलपुरी इलाके में रविवार सुबह नाले से शव बरामद हुआ है. पुलिस ने शव को नाले से बाहर निकाल लिया है.