कोरोना के चलते गुजरात का हुआ बूरा हाल , 20 दिनों में 90 लोगों की मौत

गांव में हुई मौतों के कारण अब यही के निवासियों ने पहल करते हुए लॉकडाउन की घोषणा की है। हालांकि भावनगर के जिला विकास अधिकारी वरूण बर्णवाल ने इस बात से इनकार किया है कि पिछले 20 दिनों में 90 लोगों की मौत हुई है।

वरूण बर्णवाल ने कहा कि आठ इमरजेंसी रिसपॉन्स टीमों को भेजा गया है । इसके अलावा गांव में कोविड-19 के प्रकोप को नियंत्रित करने के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों की स्क्रिनिंग हो रही है और उन्हें ट्रैक किया जा रहा है ।

13000 आबादी वाले भावनगर जिले का एक गांव चोगथ में पिछले 20 दिनों में 90 लोगों की मौत हो चुकी है। चोगथ गांव के श्मशान में अंतिम संस्कार करने वाले सेवानिवृत शिक्षक गिरजाशंकर ने दावा किया कि पिछले 20 दिनों में इस गांव के 90 लोगों का अंतिम संस्कार किया गया है । गिरजाशंकर ने कहा कि ऐसा एक दिन भी नहीं है जब श्मशान घाट में चिता न जली हो।

कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप अब भारत के कई ग्रामीण इलाकों में भी अपना कहर बरपा रहा है। गुजरात का भी कोरोना से बुरा हाल है। राज्य सरकार ने संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए 36 शहरों में नाइट कर्फ्यू लगा दिया है लेकिन गांवों में भी स्थिति खराब होती जा रही है।

गुजरात के 33 जिलों के 18000 गांवों में ऑक्सीजन , आईसीयू बेड और अन्य स्वास्थ्य संबंधी उपकरणों की कमी के अलावा डॉक्टरों और चिकित्साकर्मियों की भारी कमी है।