तीसरी बार ममता बनर्जी बनी बंगाल की मुख्यमंत्री, भाजपा कर रही सांकेतिक धरना

तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल करके लगातार तीसरी बार राज्य की सत्ता अपने पास बरकरार रखी है। टीएमसी ने 292 विधानसभा सीटों में से 213 पर जीत हासिल हुई है, वहीं भाजपा को 77 सीटों पर जीत हासिल हुई है।

वहीं राष्ट्रीय सेकुलर मजलिस पार्टी के चिह्न पर चुनाव लड़ने वाली आईएसएफ को एक सीट मिली है और एक निर्दलीय प्रत्याशी भी जीत दर्ज करने में सफल रहा है।

बंगाल में भड़की हिंसा के विरोध में भाजपा आज सांकेतिक धरना प्रदर्शन भी कर रही है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी इस धरने में शामिल हो रहे हैं।

भाजपा ने आज होने वाले शपथ ग्रहण समारोह को भी स्थगित करने की मांग की थी और बंगाल विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद भड़की हिंसा की जांच करने की भी मांग कर रही है।

 पश्चिम बंगाल अब से कुछ देर बाद शपथ ग्रहण समारोह होगा। टीएमसी नेता ममता बनर्जी को पश्चिम बंगाल की 17वीं विधानसभा का नेता चुने जाने के बाद अब से कुछ देर बाद मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण करेंगी।

आज सिर्फ ममता बनर्जी शपथ ग्रहण करेंगी, वहीं नव-निर्वाचित सदस्य 6 मई को विधानसभा में शपथ लेंगे। कोविड महामारी के चलते शपथ ग्रहण समारोह बेहद सादगी भरे माहौल में आयोजित किया गया है और इसमें सिर्फ 50 लोगों को आमंत्रित किया गया गया है।

शपथ ग्रहण में पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य, निवर्तमान सदन के नेता प्रतिपक्ष अब्दुल मन्नान और सीपीएम के वरिष्ठ नेता बिमान बोस को कार्यक्रम भी बुलाया गया है। वहीं दूसरी ओर बंगाल में भड़की हिंसा के विरोध में भाजपा ने शपथ ग्रहण समारोह का विरोध किया है।