भारत और चीन में विवाद से… पाकिस्तान पर मंडरा रहा ये भयंकर खतरा…

पाकिस्तान इस साल भी एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में बना रहेगा। इसके अलावा उस पर अब ब्लैक लिस्ट में शामिल होने का भी खतरा मंडराने लगा है।

पाकिस्तानी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, एशिया पैसिफिक ग्रुप ने पाया कि पाकिस्तान FATF की ओर से टेरर फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग के खत्म करने के लिए दिए गए सुझावों के मुताबिक अब तक कोई ठोक कदम नहीं उठा पाया है। एपीजी ने पाकिस्तान को लेकर एक रिपोर्ट भी जारी की है। इसमें कहा गया है कि एफएटीएफ की 40 सिफारिशों में सिर्फ 2 पर ही प्रगति हुई है।

एशिया पैसिफिक ग्रुप ने 12 पेज की रिपोर्ट जारी की है। इसमें कहा गया है कि पाकिस्तान के सिफारिशों को पूरा करने में एक साल में कोई बदलाव नहीं आया है। इसी के साथ एपीजी ने ऐलान किया है कि पाकिस्तान ‘Enhanced Follow-Up’ लिस्ट में बना रहेगा। इसके अलावा पाकिस्तान को 40 निर्देशों को लागू करने की दिशा में उठाए गए कदमों के बारे में रिपोर्ट भी देनी होगी।

एफएटीएफ की वर्चुअली मीटिंग 21 अक्‍टूबर से 23 अक्‍टूबर के बीच होनी है। एपीजी की रिपोर्ट के बाद पाकिस्तान का ग्रे लिस्ट में बना रहना निश्चित हो गया है। इसके साथ ही अब उस पर ब्लैक लिस्ट में खतरा मंडराने लगा है। इससे पहले पाकिस्तान ने पिछले 18 महीने में निगरानी सूची से हजारों आतंकवादियों के नाम हटा दिए थे। ताकि वह एफएटीएफ की नजरों से बच सके।

पाकिस्तान की नेशनल काउंटर टेररिज्म अथॉर्टी इस लिस्ट को देखती है। इस संस्था का मुख्य काम है कि वित्तीय संस्थान इन संदिग्ध आतंकियों के साथ किसी भी तरह का बिजनेस ना करें। इस लिस्ट में 2018 में 7600 नाम रखे गए थे। अब तक इन्हें घटाकर 3800 कर दिया गया है। इस साल मार्च से लेकर अब तक 1800 नाम हटाए गए हैं।

अमेरिका को चीन की सीधी चेतावनी

दक्षिण चीन सागर से लगे जेजियांग प्राविंस के हयान में चीन की यह मिसाइल टेस्टिंग साइट है। इसी स्थान पर चीन की रॉकेट फोर्स और न्यूक्लियर फोर्स मिलकर हमले की तैयारियों में लगी हैं। जानकारों का कहना है कि चीन की इस तैयारियों के जरिए अमेरिका और उसके सहयोगी देशों को चेतावनी देना चाहता है, ड्रैगन ऐसा इसलिए कर रहा है क्योंकि इस वह पूरी दुनिया में अलग-थलग पड़ गया है। चीन को उससे सैन्य ताकत में कमजोर देश भी उसको आखें दिखा रहे हैं।