CM Yogi ने किया 660 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास,UP पर बरसती है मां विंध्यवासिनी की कृपा

मां विंध्यवासिनी, मां कालीखोह और मां अष्टभुजी की कृपा पूरे उत्तर प्रदेश पर बरसती है। यहां पहले एक साल में जितने श्रद्धालु आते थे उससे कहीं अधिक केवल नवरात्रि में आने लगे हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए मां विंध्यवासिनी के धाम में भव्य कॉरीडोर का निर्माण हो रहा है, जिससे श्रद्धालुओं को मिलने वाली सुविधाओं का विस्तार तो होगा ही साथ ही साथ बड़ी संख्या में नवजवानों के लिए रोजगार का भी सृजन होगा। ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को बाबू उपरौध इंटर कॉलेज ग्राउंड में आयोजित नारी शक्ति वंदन कार्यक्रम के दौरान कही। इस दौरान मुख्यमंत्री ने जनपद के लिए 202 करोड़ की 660 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया।

आधी आबादी को पूरा सम्मान हर हाल में मिलना चाहिए : योगी
अपने उद्बोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री का संकल्प है कि आधी आबादी को पूरा सम्मान हर हाल में मिलना ही चाहिए। उनके संकल्प को प्रदेश सरकार तमाम योजनाओं के माध्यम से पूरा कर रही है। सीएम योगी ने कहा कि आधी आबादी को नजरअंदाज करके कोई भी समाज समर्थ और सशक्त नहीं हो सकता। इसे नये भारत के शिल्पी प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 में स्पष्ट कर दिया था, जब उन्होंने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम की शुरुआत की। आजादी के 70 साल बाद पहली बार देश के अंदर लगा कि महिलाएं भी देश के राजनीतिक एजेंडा की मुख्य हिस्सा हैं।

पूरी दुनिया के लिए अनुकरणीय बने हैं नारी सशक्तिकरण की दिशा में उठाये गये कदम : योगी
सीएम ने कहा कि चाहे जनधन अकाउंट हो, उज्ज्वला योजना हो, सौभाग्य योजना, स्वास्थ्य बीमा कवर, आवास योजना हो या स्वामित्व योजना, इन सभी योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू करने की शृंखला में देश की नई संसद बनने के उपरांत पहले ही सत्र में देश की आधी आबादी को वर्षों से चल रही उनकी मांग को नारी शक्ति वंदन अधिनियम के जरिए पूरा किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि नारी सशक्तिकरण की दिशा में उठाये गये कदम देश ही नहीं पूरी दुनिया के लिए अनुकरणीय बने हैं। दुनिया के आधी आबादी के सामने आगे बढ़ने का एक नया प्रकाशस्तंभ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रस्तुत किया है।

जीवन के समग्रता का दर्शन कराता तीनों माताओं का त्रिकोण : योगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा विंध्यवासिनी धाम नारी शक्ति के सशक्तिकरण का सबसे बड़ा उदाहरण है। ये मां विंध्यवासिनी, मां अष्टभुजी और मां काली के त्रिकोण के रूप में हमें जीवन के समग्रता का दर्शन कराता है। नारी शक्ति के प्रति श्रद्धा और सम्मान का भाव हमारे मन में हमेशा बना रहे इसी के लिए मां विंध्यवासिनी के धाम में भव्य कॉरीडोर का निर्माण कराया जा रहा है। पहले मां विंध्यवासिनी के धाम में एक साल में जितने श्रद्धालु आते थे, आज केवल नवरात्रि के अवसर पर उससे अधिक श्रद्धालु यहां आ रहे हैं।