अमेरिका पर भड़का चीन, कहा अगर…

सभी राष्ट्रों के विदेश मंत्रियों ने संयुक्त बयान जारी कर एक देश-दो व्यवस्था के सिद्धांत के उल्लंघन पर चाइना की निंदा की व हांगकांग की संपन्नता व स्थिरता के लिए चीनी संसद के निर्णय को लागू न करने की मांग की.

 

कोरोना वायरस को लेकर संसार में घिरते जा रहे चाइना के विरूद्ध मोर्चेबंदी प्रारम्भ हो गया है. UNSC में हांगकांग मुद्दे पर अमरीका की ओर से उठाए गए मामले का ब्रिटेन, कनाडा व ऑस्ट्रेलिया ने भी साथ दिया. सभी ने एक स्वर में बोला कि हांगकांग मसले पर चाइना के कदम को अंतर्राष्ट्रीय समझौते का उल्लंघन है.

संयुक्त देश के लिए अमरीकी राजदूत केली क्राफ्ट ने बोला कि आज मैंने परिषद से एक सवाल किया- क्या हम स्वतंत्रता पसंद करने वाले दूसरे लोगों की तरह हांगकांग के लाखों नागरिकों के मानवाधिकारों व गरिमापूर्ण ज़िंदगी जीने के उनके ढंग का बचाव करने के लिए कोई सम्मानजनक रुख अपनाने जा रहे हैं

दरअसल, अमरीका ने शुक्रवार को संयुक्त देश सुरक्षा परिषद ( UNSC ) में एक आपात चर्चा के दौरान चाइना को घेरने के लिए हांगकांग ( Hong Kong Protest ) का मामला उठाया.

इसमें अमरीका ( America ) का साथ ब्रिटेन ने भी दिया. अमरीका ने नया सुरक्षा कानून लगाने की प्रक्रिया पर विरोध जताते हुए उसे अंतर्राष्ट्रीय समझौते का उल्लंघन बताया व बोला कि इससे आने वाले दिनों में दशा बिगड़ेंगे.

इससे चाइना भड़क गया व बोला कि अमरीका को पहले मिनियापोलिस में हो रही हिंसा पर ध्यान देना चाहिए. चाइना ने लगे हाथों आरोप लगा दिया कि अमरीका मिनियापोलिस में विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों पर अत्यधिक बल इस्तेमाल कर रहा है .

अश्वेत समुदाय के विरूद्ध भेदभाव कर रहा है. बता दें कि चाइना की असहमति के बाद 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद ने हांगकांग पर बंद कमरे में अनौपचारिक चर्चा की.

अमरीका व चाइना के बीच टकराव लगातार बढ़ता जा रहा है व अब इसका एक नजारा संयुक्त देश सुरक्षा परिषद ( UNSC ) में देखने को मिला.