कोरोना महामारी के बीच इस देश में हुई हिंसा, हालात हुए बेकाबू

मिनीपोलिस में इस सप्ताह तब प्रदर्शन भड़क उठे जब एक वीडियो में पुलिस अधिकारी को आठ मिनट से अधिक समय तक घुटने से फ्लॉयड की गर्दन दबाते हुए देखा गया।

 

बाद में चोटों के कारण फ्लॉयड की मौत हो गई। अश्वेत फ्लॉयड को एक दुकान में नकली बिल का इस्तेमाल करने के संदेह में गिरफ्तार किया गया था।

बिना मास्क पहने या सामाजिक दूरी का पालन किए बिना बड़ी संख्या में लोगों के एकत्रित होने को लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञों में चिंता पैदा हो गई है कि इससे कोरोना वायरस वैश्विक महामारी फिर से फैल सकती है वो भी ऐसे समय में जब देशभर में इससे मरने वाले लोगों की संख्या में कमी आई और अर्थव्यवस्था को फिर से खोलने की कोशिशें चल रही है।

वाशिंगटन में बड़ी संख्या में लोग व्हाइट हाउस के बाहर एकत्रित होकर नारेबाजी करने लगे। स्पेसएक्स रॉकेट के प्रक्षेपण के लिए शनिवार को ज्यादातर समय फ्लोरिडा में बिताने वाले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प हेलीकॉप्टर से अपने आवास पहुंचे और पत्रकारों से बिना बात किए बगैर भीतर चले गए।

फिलाडेल्फिया में शांतिपूर्ण प्रदर्शन ने उग्र रूप से लिया जिसमें कम से कम 13 अधिकारी घायल हो गए और कम से कम चार पुलिस वाहनों को फूंक दिया गया।

ओक्लाहोमा में ग्रीनवुड डिस्ट्रिक्ट ऑफ टुल्सा में प्रदर्शनकारियों ने रास्तों को अवरुद्ध कर दिया और 2016 में एक पुलिस अधिकारी के हाथों मारे गए अश्वेत टेरेंस क्रचर के नाम के नारे लगाए।

अमेरिका में अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की मौत और पुलिस के हाथों अन्य अश्वेत लोगों की हत्या के विरोध में चल रहे प्रदर्शनों की आंच शनिवार को न्यूयॉर्क से लेकर टुल्सा और लॉस एंजिलिस तक फैल गई।

प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की कारों में आग लगा दी और दोनों पक्षों से लोगों के घायल होने की खबरें आती रही। फ्लॉयड की मौत के बाद मिनीपोलिस में शुरू हुए प्रदर्शन ने शहर के कई हिस्सों में जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया, इसमें इमारतों को जला दिया और दुकानों में लूटपाट की।