चीन ने बढ़ाई पूरी दुनिया की चिंता, अमेरिका बोला- अब और बढ़ेगा विवाद

प्राइस ने कहा, ‘हम विशेषतौर पर कानून की भाषा को लेकर चिंतित है, जिसमें दक्षिण और पूर्वी चीन सागर में चल रहे क्षेत्रीय और समुद्री विवाद में चीनी दावे को लागू करने के लिए संभावित बल के इस्तेमाल की बात की गई है और इनमें चीनी तटरक्षा के सशस्त्र बल शामिल हैं.’

दूसरी ओर चीन ताइवान (Taiwan China Conflict) के हवाई क्षेत्र में घुसपैठ करने से भी बाज नहीं आ रहा है. ताइवान ने अमेरिका में प्रशिक्षित शख्स को अपना रक्षा मंत्री नियुक्त किया है, जिसके बाद चीन ने उसके (ताइवान) के हवाई क्षेत्र में आठ लड़ाकू विमान भेज दिए.

अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘अमेरिका, फिलीपीन, वियतनाम, इंडोनेशिया, जापान एवं अन्य देशों ने चीन द्वारा (America China News in Hindi) हाल में लागू तटरक्षक कानून को लेकर चिंता जताई है.

इससे इलाके में पहले से जारी क्षेत्रीय एवं समुद्री विवाद और बढ़ सकता है.’ दक्षिण चीन सागर और पूर्वी चीन सागर में चीन सीमा विवाद में बना हुआ है.

चीन ने इलाके पर नियंत्रण स्थापित करने के लिए वहां कई द्वीपों एवं चट्टानों का सैन्यीकरण किया है. ये दोनों इलाके खनिज, तेल एवं अन्य प्राकृतिक संसाधनों से संपन्न होने के साथ-साथ वैश्विक व्यापार के प्रमुख मार्गों में से एक है.

अमेरिका और चीन (America China Relation) के बीच विवाद लगातार बढ़ रहा है. अब चीन ने एक ऐसा कानून बनाया है, जिसने अमेरिका को चिंता में डाल दिया है.

अमेरिका ने चीन के हाल में बनाए गए तट रक्षक कानून (Chinese Coast Guard Law) पर चिंता जताते हुए कहा है कि इससे इलाके में जारी क्षेत्रीय एवं समुद्री विवाद और बढ़ेगा एवं अवैध दावे करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सकता है.

चीन ने पिछले महीने कानून पारित किया था, जिसके तहत पहली बार तटरक्षक विदेशी पोतों पर गोलाबारी कर सकते हैं. अमेरिका के अलावा कई अन्य देशों ने भी इस कानून को लेकर चिंता व्यक्त की है.