चीन ने सागर में उतारे जंगी बेड़े, बरसाए बम, अलर्ट हुआ ये देश

पिछले महीने के दौरान अमेरिकी और फ्रांसीसी नौसेना के जहाज दक्षिण चीन सागर के माध्यम से देखे गए थे, जिससे चीन के आक्रामक दावों के क्षेत्र में नेविगेशन की स्वतंत्रता पर जोर दिया गया। जर्मनी ने यह भी घोषणा की कि वह अगस्त में नौसेना के जहाज यहां पर भेजेगा।

रिपोर्ट में कहा गया है कि इस घोषणा की व्याख्या अमेरिका के खिलाफ की जाएगी। शुक्रवार को, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन से जापानी प्रधानमंत्री सुगा योशीहाइड, ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चीन से संबंधित कई मुद्दों पर चर्चा की।

लिबर्टी टाइम्स ने बताया कि बीजिंग ने विवादित समुद्र क्षेत्र में रविवार (14 मार्च) तक समुद्री यातायात पर प्रतिबंध लगा दिया, जिसमें कहा गया कि क्षेत्र में उसका सैन्य युद्धाभ्यास हो रहा है।

संयुक्त राज्य अमेरिका, जापान, भारत और ऑस्ट्रेलिया के नेता ने पहली बार क्‍वाड बैठक में हिस्‍सा लिया, जिसमें चीन पर भी चर्चा की है। हालांकि इस बात को लेकर ड्रैगन इतना ज्‍यादा घबरा गया कि उसने दक्षिण चीन सागर में अपने जंगी बेड़े उतारए दिए और बम बरसाने के साथ ही सैन्य अभ्यास का एक नया दौर शुरू कर दिया।