नहीं हुआ यूपीटीईटी की नई तारीख का ऐलान, अभ्यर्थी परेशान

उत्तर प्रदेश अध्यापक पात्रता परीक्षा ( यूपीटीईटी 2021 ) की बुधवार को भी तारीख तय नहीं हो पाई। दरअसल 16 दिसम्बर से 13 जनवरी तक केन्द्रीय अध्यापक पात्रता परीक्षा का आयोजन किया जाना है।

यह परीक्षा पहली बार ऑनलाइन मोड में ली जा रही है। लिहाजा इनके बीच में टीईटी के लिए तारीखें खोजना भी एक बड़ी चुनौती है। सीटीईटी में भी बड़ी संख्या में अभ्यर्थी बैठते हैं। इसके लिए परीक्षा के दो स्लॉट रखे गए हैं। सीटीईटी इस बार कम्प्यूटर केन्द्रों पर होगा।

वहीं परीक्षा नियामक प्राधिकारी में सचिव न होने से भी तय तारीखों तक तैयारियां होने का आकलन करने में दिक्कत आ रही थी। अब राज्य सरकार ने अनिल भूषण को फिर से पीएनपी के सचिव की जिम्मेदारी सौंप दी है। अनिल भूषण ने टीईटी 2019 और 69 हजार शिक्षक भर्ती परीक्षा करवाई थी।

परीक्षा नियामक प्राधिकारी दिसंबर में ही टीईटी करवाना चाह रहा है। दिसम्बर के रविवार को किस दिन अन्य परीक्षाएं प्रस्तावित है या नही, इसका परीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं। दरअसल शिक्षक बनना चाह रहे ऐसे बहुत से अभ्यर्थी हैं जिन्होंने उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा ( यूपीटीईटी ) और केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा ( सीटीईटी ) दोनों का फॉर्म भरा है।

आपको बता दें कि सीटीईटी परीक्षा को पास करने वाले परीक्षार्थी देशभर के केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय और आर्मी स्कूलों में शिक्षकों के पद पर नियुक्ति के लिए आवेदन कर सकते हैं। सीटीईटी का उतीर्ण होना केंद्रीय सरकारी शिक्षक कार्य के लिए न्यूनतम पात्रता है।

इसके अलावा सीटीईटी प्रमाणपत्र रखने वाले अभ्यर्थी कुछ राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में भी शिक्षक की नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं। जबकि यूपीटीईटी पास अभ्यर्थी यूपी सरकार के स्कूलों में शिक्षक भर्ती निकलने पर आवेदन कर सकते हैं। सीटीईटी का आयोजन साल में 2 बार और यूपीटीईटी का साल में एक बार किया जाता है। दोनों परीक्षाओं के सर्टिफिकेट को लाइफटाइम के लिए मान्य कर दिया गया है।

पेपर लीक होने के चलते रविवार को यूपीटीईटी परीक्षा निरस्त कर दी गई थी। टीईटी प्राथमिक स्तर की परीक्षा के लिए 13.52 लाख और टीईटी उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा के लिए 8.93 लाख अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है।

टीईटी परीक्षा में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में अभ्यर्थी भाग लेने जा रहे थे। परीक्षार्थियों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए योगी सरकार ने उन्हें प्रवेश पत्र दिखाकर बसों से मुफ्त यात्रा की सुविधा दी है। नई तिथि पर परीक्षा देने में अभ्यर्थियों को दिक्कत न हो, इसके लिए सभी जिला प्रशासन को निर्देश जारी कर दिया गया है।