अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में होने के बाद एएमयू प्रशासन ने 9 कश्मीरी विद्यार्थियों के विरूद्ध बड़ी कार्रवाई की है। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने मामले में 9 कश्मीरी विद्यार्थियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। एएमयू प्रशासन ने मामले में कार्रवाई करते हुए दो विद्यार्थियों को सस्पेंड भी कर दिया है। बताया जा रहा है, ये दोनों वही विद्यार्थी हैं, जिनके विरूद्ध पुलिस ने नामजद केस दर्ज किया है। आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि इन दोनों विद्यार्थियों के विरूद्ध पुलिस ने धारा 121, 121A (देशद्रोह) का मुकदमा दर्ज किया है।
एएमयू प्रशासन 48 घंटों में मांगा जवाब
एएमयू प्रशासन ने 9 में से दो विद्यार्थियों को सस्पेंड कर दिया है। वहीं मामले में सात विद्यार्थियों को कारण बताओ नोटिस जारी करके उनसे घटना पर 48 घंटे के अंदर जवाब मांगा है।बताया जा रहा है कि सस्पेंड किए दोनों विद्यार्थी पीएचडी के विद्यार्थी हैं। इनका नाम वसीम अयूब मालिक व अब्दुल हसीब मीर हैं। वहीं, पुलिस वाकी आरोपियों की पहचान के लिए मोबाइल वीडियो व सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। एएमयू प्रशासन ने आतंकी मन्नान बशीर वानी के समर्थन में देशद्रोही नारेबाजी करने वाले नौ कश्मीरी विद्यार्थियों के नाम सामने आए हैं। इनमें वसीम अयूब मालिक, अब्दुल हसीब मीर के साथ पीरजादा दानिश शाबिर, ऐयाज अहमद भट्ट, मो। सुल्तान खान, रकीब सुल्तान, समीउल्ला रॉथर, शौकत अहमद लोन वमहबुबुल हक के नामों को एएमयू प्रशासन ने जारी किया है।
आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि जम्मू व कश्मीर के हंदवाड़ा में गुरुवार (11 अक्टूबर) को सुरक्षाबलों ने दो आतंकवादियों को मार गिराया था। मारे गए आतंकवादियों में से एक अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के स्कॉलर से हिजबुल मुजाहिदीन का आतंकवादी बना मन्नान बशीर वानी भी है। जैसे ही मन्नान के मारे जाने की समाचार एएमयू पहुंची तो कुछ विद्यार्थियों ने उसे शहीद घोषित कर नमाज-ए-जनाजा पढ़ने की प्रयास की, जिस पर बवाल हो गया। इसके बाद अनुशासनहीनता में दो विद्यार्थियों को निलंबित कर दिया गया। जबकि सात विद्यार्थियों को कारण बताओ नोटिस दिया गया है।
सीनियर विद्यार्थियों ने किया था विरोध
दरउसल, गुरुवार (11 अक्टूबर) को सोशल मीडिया पर दोपहर साढ़े तीन बजे कैनेडी हॉल परिसर में नमाज-ए-जनाजा के आयोजन की सूचना दी गई थी। निर्धारित समय पर कश्मीर के करीब 150 विद्यार्थी जमा हो गए। सीनियर विद्यार्थियों ने इसका विरोध किया। सूचना पर प्रोक्टोरिअल बोर्ड भी मौके पर पहुंचा। इस दौरान कश्मीरी विद्यार्थियों की उनसे नोकझोंक भी हुई व टकराव प्रारम्भ हो गया।
कौन था मनान वानी
मनान वानी कुपवाड़ा जिले के ताकीपुरा गांव का रहने वाला था। इसी वर्ष जनवरी महीने में जब उसने हिजबुल को ज्वाइन किया था, उस वक्त उसने AK-47 के साथ सोशल मीडिया पर अपनी फोटो डाला था। बता दें, मनान के पिता प्रधानाचार्य हैं, जबकि एक भाई इंजीनियर है।
AMU का विद्यार्थी था मनान वानी
मनान वानी AMU का विद्यार्थी था। AMU से मिली जानकारी के मुताबिक, वह भूगर्भ विज्ञान (जियोलॉजी) में PhD की पढ़ाई कर रहा था। एएमयू ने बताया कि अटेंडेंस रजिस्टर के मुताबिक, वह आखिरी बार दो जनवरी को यूनिवर्सिटी पहुंचा था। 6 जनवरी 2018 को उसे दिल्ली से कश्मीर जाना था। इसी दौरान उसकी एके-47 के साथ तस्वीर सोशल मीडिया पर आ गई थी। यह समाचार मिलते ही AMU प्रशासन ने उसे यूनिवर्सिटी से निष्काषित कर दिया था।