क्सीन बनाने में सफलता का दावा करने वाले रूस के बाद अब ट्रंप ने भी की यह बड़ी घोषणा

मॉडर्ना ने कहा कि अमेरिकी सरकार ने इसके लिए कंपनी को 1.5 बिलियन डॉलर का भुगतान भी किया है. फिलहाल वैक्सीन का क्लिनिकल ट्रायल जारी कर दिया गया है. यह ट्रायल 27 जुलाई को शुरू किया गया था.

 

कंपनी ने यह भी बताया है कि अमेरिकी सरकार को यदि आवश्यकता हुई तो और 400 मिलियन डोज खरीदने का विकल्प है. साथ ही राष्ट्रपति ट्रंप का कहना है कि विश्व के अन्य देशों की तुलना में कोरोना वायरस की टेस्टिंग अमेरिका में ज्यादा हुई है. उन्होंने कहा है कि अमेरिका में अब तक 6.6 करोड़ लोगों का टेस्ट किया जा चुका है.

कोवि19 वैक्सीन बनाने में सफलता का दावा करने वाले रूस के उपरांत राष्ट्रपति ट्रंप ने भी अमेरिकी मॉडर्ना कंपनी से वैक्सीन के डील की घोषणा कर दी है. उन्होंने बताया है कि वैक्सीन विकसित किए जाने के बाद फर्माक्यूटिकल कंपनी मॉडर्ना 10 करोड़ (100 million) डोज उपलब्ध कराया जाने वाला है.

इस बारें में उन्होंने मंगलवार को सूचना जारी की. राष्ट्रपति ने बताया, ‘आज शाम मैं इस बात की घोषणा करते हुए खुश हूं कि मॉडर्ना कंपनी के साथ सफल समझौता किया गया जिसके तहत कंपनी की ओर से कोविड-19 वैक्सीन आ जाने के उपरांत यह 100 मिलयन डोज उपलब्ध किया जाने वाला है.’

वैक्सीन की होड़ में आगे निकला रूस: वहीं इस बात का पता चला है कि मंगलवार को रूस ने विश्व का पहला कोविड-19 वैक्सीन को रजिस्टर कराने का दावा किया. रूस के राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन ने वायरस की वैक्सीन की घोषणा करते हुए कहा कि इसका डोज उनकी दो बेटियों में से एक को दिया गया है और वो पहले से अच्छा महसूस कर रही हैं.

उनकी एक बेटी कोरोना वायरस से संक्रमित हैं. राष्ट्रपति के दावे के मुताबिक, इस वैक्सीन का डोज लेने के उपरांत उनका बुखार 38 डिग्री सेल्सियस से घटकर 37 डिग्री हो गया था. उल्लेखनीय है कि रूस ने इस वैक्सीन का नाम ‘स्पूतनिक V’ रख दिया गया है. और आम लोगों के उपयोग के लिए यह अगले साल की 1 जनवरी से उपलब्ध कर दिया गया है.