संसार में कई ऐसी कंपनियां हैं, जो अपने कस्टमर्स (Customers) के साथ धोखाधड़ी करने से गुरेज नहीं करती हैं। ऐसा ही एक मुद्दा रूस में सामने आया है। यहां एक महिला ने के विरूद्ध केस कर दिया। महिला का बोलना है कि स्पर्म बैंक ने उसके साथ धोखाधड़ी की है।
दरअसल मुद्दा यह है कि महिला ने एक स्पर्म बैंक की वेबसाइट से औनलाइन स्पर्म खरीदा। उस स्पर्म के साथ 6 फीट के उसके डोनर की फोटो भी लगी थी। ऐसे में उसे लगा कि इस स्पर्म से उसका होने वाला बच्चा भी लंबा पैदा होगा। महिला का दावा है कि स्पर्म बैंक की ओर से भी यही वादा किया गया।
बच्चा खास बीमारी से पीड़ित
रूसी महिला के अनुसार उसने स्पर्म खरीदने के बाद आईवीएफ तकनीक से उससे गर्भ धारण किया। लेकिन गर्भ धारण करने के कुछ ही महीने में उसे इस बात का पता लगा कि उसका होने वाला बच्चा एक्रोंडोप्लासिया से पीड़ित है। इस बीमारी के चलते बच्चे की लंबाई कम रह जाती है। यह जानकर महिला को झटका लगा। इसके बाद महिला ने उस स्पर्म बैंक के विरूद्ध न्यायालय में केस कर दिया।
वेबसाइट ब्लॉक करने का आदेश
महिला की ओर से किए गए केस पर सुनवाई करते हुए न्यायालय ने इंटरनेशनल स्पर्म बैंक की वेबसाइट को ब्लॉक करने का आदेश दे दिया। न्यायालय ने यह भी बोला कि डेनमार्क का स्पर्म बैंक रूसी कानूनों का उल्लंघन किया है। इस पर स्पर्म बैंक का बोलना है कि उनकी ओर से उच्च क्वालिटी के स्पर्म दिए जाते हैं, लेकिन किसी भी गलती के लिए वो क्लिीनिक जिम्मेदार होती है, जो आईवीएफ ट्रीटमेंट करती है। महिला का बेटा अब 2 वर्ष का है।