इस बर्गर को खाने पर मिलते है 4 लाख रूपए, जानिए ये है वजह ?

यूरोपीय देश आइसलैंड के दक्षिणी क्षेत्र में स्नोटराहाउस में रखे गए बर्गर  फ्राइज 10 वर्ष से बेकार नहीं हुए हैं. इस बात को जानकर लोग बहुत ज्यादा दंग हैं.

इस बर्गर  फ्राइज को एक शीशे के केस में सुरक्षित रखा गया है. इसे देखने के लिए दुनियाभर से लोग आते हैं  रोजाना 4 लाख लोग इसे आॅनलाइन देखते हैं.

जापान टाइम्स में छपी समाचार के अनुसार, 2009 में आइसलैंड में आई आर्थिक मंदी के कारण मैकडोनॉल्ड ने अपने सभी रेस्टोरेंट्स बंद कर दिए. तब जॉर्टर मरासन नाम के शख्स ने 31 अक्टूबर 2009 को मैकडोनॉल्ड के रेस्टोरेंट से उसका आखिरी बर्गर  फ्राइज खरीदने का फैसला लिया.

जॉर्टर मरासन ने बताया कि उन्होंने सुन रखा था कि मैकडोनॉल्ड के खाद्य पदार्थ बेकार नहीं होते हैं. वे देखना चाहते थे कि इस बात में कितनी सच्चाई है, इसलिए उन्होंने मैकडोनॉल्ड से बर्गर  फ्राइज खरीदे.

उन्होंने प्लास्टिक में बंद कर इसे अपने गराज में रख दिया. तीन वर्ष बाद उन्होंने पाया कि इसकी बनावट में छोटी परिवर्तन हुए हैं. फिर इन्होंने उसे आइसलैंड के राष्ट्रीय संग्रहालय को दान कर दिया.

लेकिन उस संग्रहालय के पास खाद्य पदार्थों को संरक्षित करने के लिए प्रबंध नहीं था तो उन्होंने बर्गर  फ्राइज मरासन को लौटा दिया. बाद में उस बर्गर  फ्राइज को वर्तमान हॉस्टल स्नोटरा हाउस में रखा गया. तब से वह वहीं पर है.

सोशल मीडिया पर इस बर्गर  फ्राइज की बहुत ज्यादा चर्चा हो रही है. लोग इस बात से दंग हैं कि यह अब तक बेकार क्यों नहीं हुआ.

मैकडोनॉल्ड ने 2013 में दावा किया था कि ठीक वातावरण में रखे उनके खाद्य पदार्थ अन्य की तुलना में देर से बेकार होते हैं.