आखिर सुलझ गई गांधीधाम एक्सप्रेस में 80 लाख की लूट के मामले की गुत्थी, छह आरोपियों को किया गया गिरफ्तार

सूरत क्राइम ब्रांच ने वलसाड के डुंगरी के निकट गांधीधाम एक्सप्रेस में 80 लाख की लूट के मामले की गुत्थी सुलझाते हुए छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया| सूरत के डिंडोली करडवा गांव से पकड़े छह आरोपियों में राजु बिहारी, रोनिक मोरडिया, बिरेन्द्र राजपूत, हितेश पटेल, गुलशन पटेल और निरव लाड शामिल हैं|

गिरफ्तार शख्सों से पुलिस ने रु. 40 लाख कीमत के सोने के बिस्किट, 30 लाख के सोने के आभूषण, 94 हजार की चांदी, 35 हजार के हीरे और 15.36 हजार नकद समेत कुल रु. 86.85 लाख का माल जब्त किया है| इसके अलावा एक एसेन्ट कार, दो तमंचे, एक रिवॉल्वर, एक पिस्टल, 14 कारतूस और 12 मोबाइल भी बरामद किए हैं| आरोपियों में राजु बिहारी कुख्यात अपराधी है और आर्म्स एक्ट और हत्या की कोशिश समेत 6 मामलों में वांटेड है| इससे पहले वह 12 मामलों में गिरफ्तार हो चुका है|

गांधीधाम एक्सप्रेस ट्रेन में लूट की योजना राजु बिहारी ने ही बनाई थी| इतना ही नहीं लूट के बाद कहां से भागना और लूट का माल उत्तर प्रदेश में किसी प्रकार बेचा जाए, इसका प्लानिंग भी राजु बिहारी ने किया था| राजु बिहारी पहले वलसाड के खेरगाम में रहता था, जहां स्थानीय युवकों से दोस्ती कर उन्हें लूट की घटना को अंजाम देने में शामिल किया था| रोनिक नामक आरोपी को भी कई मामलों में पुलिस पकड़ चुकी है| वलसाड के निकट गांधीधाम एक्सप्रेस ट्रेन में लूट के बाद सूरत रेलवे पुलिस, वलसाड, नवसारी और सूरत पुलिस लगातार जांच कर रही थी| आखिरकार सूरत क्राइम ब्रांच को बड़ी सफलता मिली और उसने 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया|