सरकार ने किसानो के लिए भेजा ये, जानें इसमें क्या है…

दिल्ली-नोएडा के चिल्ला बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन जारी है। एक प्रदर्शनकारी ने बताया, “आज हम लोगों के क्रमिक भूख हड़ताल का कार्यक्रम है। हम 11 लोग आज यहां भूख हड़ताल पर बैठेंगे।”

किसानों को बातचीत के लिए भेजे गए प्रस्ताव में कहा गया है कि किसानों द्वारा जवाब में मसौदा प्रस्ताव खारिज करने की कोई विशेष वजह नहीं बताई गई है और यह स्पष्ट नहीं है कि उक्त विचार सभी संगठनों के थे या नहीं।

प्रस्ताव के मुताबिक, 9 दिसंबर को भेजे गए मसौदा प्रस्ताव में सरकार ने कम से कम 7 मुद्दों पर जरूरी संशोधन करने का प्रस्ताव दिया है, जिसमें वर्तमान एमएसपी को जारी रखने के बारे में ‘लिखित आश्वासन’ की बात भी शामिल है। किसान संगठनों द्वारा सरकार के मसौदा प्रस्ताव पर दिया गया जवाब ‘बहुत ही संक्षिप्त’ था।

किसानों को भेजे गए प्रस्ताव में कहा गया है कि सरकार विज्ञान भवन में अगली बैठक बुलाना चाहती है ताकि जल्द से जल्द प्रदर्शन को खत्म कराया जा सके। किसानों को लिख गए पत्र में कहा गया है कि केंद्र सरकार किसानों द्वारा उठाए गए सभी मुद्दों के समाधान के लिए खुले मन से हरसंभव प्रयास कर रही है।

कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों को केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय ने एक पत्र लिखकर दोबारा बातचीत के लिए एक तारीख बताने का अनुरोध किया।

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव विवेक अग्रवाल ने किसानों के 40 संगठनों को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि केंद्र किसानों की सभी चिंताओं का उचित समाधान निकालने के लिए खुले मन से हरसंभव प्रयास कर रहा है।