शशिकला को जेल में मिलती थी VIP सुविधाएं

एक आरटीआई के जरिए खुलासा हुआ है कि जेल में बंद AIADMK नेता शशिकला को वीआईपी सुविधाएं मिल रही थीं। बेंगलुरु सेंट्रल जेल में बंद AIADMK नेता शशिकला को जेल में तमाम तरह की खास सुविधाएं नियमों को दरकिनार कर दी जाती रही हैं। शशिकला को जेल में खाना पकाने के लिए एक निजी रसोइया दिया गया जो कि किसी सजायाफ्ता को नहीं दिया जाता। इसके अलावा जेल में शशिकला को एक के बदले 5 कमरे दिए गए।

यहीं नहीं, नियमों को दरकिनार कर शशिकला को महीने में 2 बार की जगह कई बार उनसे जेल में मिलने की अनुमति भी दी गई। बता दें कि आय से अधिक संपत्ति के मामले में शशिकला बेंगलुरु की सेंट्रल जेल में बंद हैं। आरटीआई कार्यकर्ता नरसिम्हा मूर्ति ने ये RTI दायर की थी, उनका कहना है कि ये सारी सुविधाएं मोटी रिश्वत के जरिए हासिल की जाती थीं।

सेंट्रल जेल के अधिकारियों ने शुरू में निजी टेलीविजन, घर का बना भोजन और मांसाहारी भोजन आदि की शशिकला की कई विशेष मांगों के अनुरोध को ठुकरा दिया था। नरसिम्हा मूर्ति का कहना है कि 14 फरवरी, 2017 को जब शशिकला को जेल में लाया गया, चार कमरों को खाली करा दिया गया और कुल 5 कमरे उनको दे दिए गए। जेल में खाना बनाने का कोई प्रावधान नहीं है, लेकिन जेल अधिकारियों ने शशिकला को खाना बनाने के लिए निजी रसोइया भी दिया। आरटीआई कार्यकर्ता ने कहा कि जेल में नियमों को दरकिनार कर सारी सुविधाएं दी जाती रहीं।

नियमों को दरकिनार कर दी जाती थीं सारी सुविधाएं- RTI

जेल में उनसे मिलने आने वालों का तांता लगा रहता था। वे आते थे और सीधे शशिकला के कमरे में दाखिल होते थे। ये लोग करीब 3-4 घंटे तक वहां रुकते थे। बता दें कि पिछले ही साल डीआईजी जेल डी रूपा ने भी आरोप लगाए थे कि बड़े अधिकारियों की मिलीभगत से शशिकला को विशेष सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं, उन्होंने अप्रत्यक्ष तौर पर 2 करोड़ रुपये की रिश्वत अधिकारियों को दिए जाने का आरोप भी लगाया था, उन्होंने तब के डीजीपी सत्यनारायण राव का नाम भी लिया था। इस खुलासे के बाद डी रूपा का तबादला कर दिया गया था और सत्यनारायण राव को छुट्टी पर भेज दिया गया था।